कोरबा। सरकारी नौकरी लगाने के नाम पर पांच लाख रुपयों की ठगी करने के मामले में कोरबा की सिविल लाईन पुलिस ने एक फर्जी पुलिस वाले को गिरफ्तार करने में बड़ी सफलता पाई है। आरोपी का वास्तविक नाम कृष्णा यादव है, जिसने अपना नाम बदलकर पंडरीपानी गांव में रहने वाले व्यक्ति को ठगी का शिकार बनाया था। मामले की शिकायत होने के बाद पुलिस सिविल ड्रेस में ठग के पास पहुंची जहां आरोपी पुलिस की वर्दी में किसी और अपना शिकार बनाने के प्रयास में निकला था। फिलहाल आरोपी के खिलाफ 420 का अपराध दर्ज जरुरी कार्रवाई की जा रही है।
पुलिस की पकड़ में मौजूद यह व्यक्ति कोई आम आदमी नहीं है। खुद को पुलिस आरक्षक बताने वाले इस व्यक्ति का असली नाम कृष्णा यादव है। जिसने खुद का नाम बदलकर उस व्यक्ति को लाखों का चूना लगाया जिसने इसे अपना रिश्तेदार बनाने का प्रयास किया। 42 वर्षीय इस व्यक्ति ने खुद का नाम बदलकर राजू पटेल कर लिया फिर ग्राम पंडरीपानी में निवासी सोनसाय पटेल नामक व्यक्ति को झांसे में लिया और खुद की शादी के लिए लड़की तलाशने के लिए पेशकश की।
वर्दी में देख सोनसाय भी कृष्णा के झांसे में आ गया और अपनी साली का रिश्ता तय कर दिया। इस दौरान उसने अपनी उम्र 24 वर्ष बताया। रिश्ता तय होने के बाद कृष्णा ने सोनसाय को सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा दिया और पांच लाख रुपए ठग लिए। पैसे देने के बाद भी जब नौकरी नहीं लगी तब उसने कृष्णा से पैसों की मांग की। पैसे नहीं देने की स्थिती में उसने पुलिस से शिकायत कर दी। फर्जी पुलिस के संबंध में असली पुलिस के पास जब शिकायत पहुंची तब आरोपी की तलाश में पुलिस जुट गई।
आरोपी का फोन नंबर मिलाया गया, तब उसकी मौजूदगी ग्राम तिलकेजा में होना पाया गया। तत्काल पुलिस सिविल ड्रेस में आरोपी के पास पहुंची जहां वह पुलिस की वर्दी में किसी को ठगने के प्रयास में निकल रहा था जिसे गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने आरोपी के पास से आधा दर्जन नकली नेम प्लेट को जब्त किया है। इसके साथ ही उस दुपहिया वाहन को भी जब्त किया जिसकी सहायता से उसने सोनसाय पटेल को ठगी का शिकार बनाया था। इतना ही नहीं आरोपी के पास से कुछ नकदी रकम की भी जब्ती बनाई गई है। मामले में धारा 420 का अपराध कायम कर आरोपी के खिलाफ आगे की कार्रवाई की जा रही है।