कोलकाता। करोड़ों रुपए के राशन वितरण भ्रष्टाचार मामले में संदेशखाली के एक तृणमूल नेता शाहजहां शेख के घर छापेमारी करने गई प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों पर हुए हमले को लेकर ईडी के एक अधिकारी ने हिन्दुस्थान समाचार को विस्तार से बताया है कि किस तरह से उन्हें घेर कर हमले किए गए। दूसरी ओर जिला पुलिस अधीक्षक ने स्पष्ट कर दिया है कि जब तक इस मामले में शिकायत दर्ज नहीं कराई जाएगी तब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं होगी। केंद्रीय टीम पर हमले को लेकर स्वत: संज्ञान के बारे में पूछे जाने पर उक्त अधिकारी ने साफ कर दिया कि इस बारे में अभी तक कोई कदम नहीं उठाया गया है।
उधर हमले की घटना के बारे में ईडी के एक अधिकारी ने बताया, “जब ईडी अधिकारी सुबह संदेशखली इलाके में शेख के आवास पर पहुंचे तो बड़ी संख्या में तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों ने ईडी अधिकारियों और उनके साथ आए केंद्रीय बलों के जवानों को घेर लिया। इसके बाद उन्होंने प्रदर्शन किया और फिर उन पर हमला कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने टीम को वहां से जाने के लिए मजबूर कर दिया। ईडी अधिकारी अपनी जान बचाने के लिए किसी सुरक्षित स्थान पर पहुंचने के लिए अपने क्षतिग्रस्त वाहनों को वहीं छोड़कर ऑटो रिक्शा और बाइक पर सवार होकर वहां से भागे।” उन्होंने बताया कि कम से कम दो अधिकारियों को गंभीर चोट लगी है और उन्हें अस्पताल ले जाना पड़ा।
जेल में बंद मंत्री का करीबी है शाहजहां
शाहजहां को राज्य के मंत्री ज्योतिप्रिय मलिक का करीबी सहयोगी माना जाता है। ज्योतिप्रिय को करोड़ों रुपये के राशन वितरण घोटाले के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया है। ईडी के एक अधिकारी ने बताया, ‘‘इस तरह का हमला अप्रत्याशित है। हमारे अधिकारियों को खुद को बचाने के लिए इलाके से भागना पड़ा। हमारे और केंद्रीय बलों के वाहन क्षतिग्रस्त कर दिए गए। केंद्रीय बलों के जवानों पर भी हमला किया गया।’” उन्होंने बताया कि अधिकारियों ने आवास पर पहुंचने के बाद दरवाजा खोलने के लिए कई बार आवाज लगाई। कोई जवाब न मिलने पर उन्होंने दरवाजे पर लगा ताला तोड़ने की कोशिश की और तभी शाहजहां के समर्थकों ने अधिकारियों तथा केंद्रीय बल के जवानों पर हमला कर दिया।
ईडी अधिकारियों से पुलिस अधीक्षक ने नहीं की बात
उन्होंने आरोप लगाया कि जब ईडी अधिकारियों ने हमले के समय उत्तर 24 परगना जिले के पुलिस अधीक्षक (एसपी) सहित वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने उनसे बात नहीं की। ईडी की छापेमारी को कवर करने के लिए संदेशखाली गए समाचार चैनलों के मीडियाकर्मियों पर भी हमला किया गया और उनके वाहनों में भी तोड़फोड़ की गई।
पुलिस ने दी अजीबोगरीब सफाई
बशीरहाट पुलिस जिले के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘कुछ पत्रकारों को भी अस्पताल ले जाया गया क्योंकि उन पर हमले हुए थे। हालांकि हमलावरों की गिरफ्तारी के बारे में पूछे जाने पर उक्त आईपीएस अधिकारी ने कहा कि उन्हें अभी तक केंद्रीय जांच एजेंसी से कोई आधिकारिक शिकायत नहीं मिली है, लेकिन निश्चित रूप से कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
आईपीएस अधिकारी ने बताया, ‘‘हमने इस संबंध में किसी को गिरफ्तार नहीं किया है। ईडी अधिकारियों ने अभी तक हमारे पास कोई शिकायत दर्ज नहीं की है। एक बार आधिकारिक शिकायत प्राप्त होने के बाद, हम कानून के अनुसार आवश्यक कार्रवाई करेंगे।’’
वांछित अपराधी है तृणमूल नेता शाहजहां – राहुल सिन्हा
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल सिन्हा ने आरोप लगाया कि शाहजहां एक तस्कर है जिस पर हत्या का आरोप है, लेकिन पुलिस ने उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। उन्होंने दावा किया, ईडी पर हमला पूर्व नियोजित था। हिन्दुस्थान समाचार से बातचीत में राहुल सिन्हा ने कहा कि बंगाल में पुलिस तृणमूल कांग्रेस के गुलाम की तरह काम करती है। आज जो कुछ भी हुआ है वह बंगाल को शर्मिंदा करने वाला है। कानून व्यवस्था रसातल में है।
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