रायपुर। वन अधिकार पत्र नियमों की विसंगतियों का साय सरकार ने निराकरण कर नई अधिसूचना जारी की है। वन अधिकार प्राप्त समितियों को पूरा लाभ मिलेगा। सामुदायिक पट्टा प्राप्त समितियों को भी अधिग्रहित क्षेत्र के वनों की कटाई की पूरी राशि दी जाएगी। यह जानकारी कृषि और एसटी, एससी, ओबीसी और अल्पसंख्यक विकास मंत्री रामविचार नेताम ने आज सोमवार सदन में दी।
विधानसभा के बजट सत्र के पांचवें दिन प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस विधायक जनक ध्रुव ने गौण वनोपज के स्वामित्व से संबंधित सामुदायिक अधिकार उपबंध-3 के क्रियान्वयन का मुद्दा उठाया। इस पर मंत्री नेताम ने स्पष्ट किया कि लघु वनोपज की दरें भारत सरकार द्वारा तय की जाती हैं और उन्हीं दरों के अनुसार संग्रहण किया जाता है। कटाई के बाद लकड़ी को कष्टागार भेजा जाता है, जहाँ उसकी नीलामी की जाती है और प्राप्त धनराशि संबंधित समिति को भेजी जाती है। मंत्री नेताम ने कहा कि लघु वनोपज की दर भारत सरकार ने घोषित की हुई है। इस दर के अनुसार ही लघु वनोपज का संग्रहण किया जाता है। पेड़ों की कटाई के बाद लकड़ी कष्टागार भेजा जाता है, जहाँ उसकी नीलामी होती है, और उसका पैसा समिति को भेजा जाता है।
कांग्रेस विधायक जनक ध्रुव ने कहा कि महाराष्ट्र के गढ़चिरौली के नौ ग्राम सभाओं को वनोपज का मूल्य निर्धारण कर चार करोड़ रुपए मुआवजा राशि दी गई है। इस पर मंत्री नेताम ने बताया कि सामुदायिक पट्टा प्राप्त समितियों को भी अधिग्रहित क्षेत्र के वनों की कटाई की पूरी राशि दी जाएगी। इसके साथ ही, विधायक ध्रुव ने मांग की कि अलग-अलग पेड़ों के लिए अलग मूल्य निर्धारण किया जाए। इस पर मंत्री नेताम ने कहा कि सरकार नियमानुसार सभी प्रक्रियाओं का पालन कर रही है।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा किसी का प्रश्न हाईजैक नहीं करना है-प्रश्न काल के दौरान पूर्व खाद्य मंत्री और भाजपा विधायक पुन्नूलाल मोहले ने रसायनिक खाद और बीज के आवंटन का मुद्दा उठाया। भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने कहा कि आवंटन पहले निजी क्षेत्र को हो जाता है फिर किसानों को होता है। इसके लिए नीति बनायी जाएगी क्या? मेरे पास आंकड़ा है कि किसानों से ज़्यादा निजी क्षेत्र को आवंटन दिया गया है।
इस पर कृषि मंत्री रामविचार नेताम ने कहा कि 60 फीसदी अपने सोसाइटी के ज़रिए किसानों को देते हैं और 40 फ़ीसदी निजी क्षेत्र को देते हैं। सभी विद्वानों से बात कर इस मामले में जो बेहतर हो सकेगा उसके लिए आगे कार्रवाई करेंगे। पन्नुलाल मोहले ने गुणवत्ताहीन बीज वितरण का फिर प्रश्न करना चाहा, जिसपर आसंदी से विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि आपको प्रश्न करना था तो बैठ क्यों गए। इस पर पुन्नूलाल मोहले ने कहा कि अजय चंद्राकर पूछने लगे थे।अजय चंद्राकर ने कहा की आसंदी की अनुमति से प्रश्न किया हूँ। जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने कहा- किसी का प्रश्न हाईजैक नहीं करना है।
इसके बाद पन्नुलाल मोहले ने प्रश्न पूछते हुए कहा कि गुणवत्ताहीन बीज का वितरण मेरे विधानसभा क्षेत्र में हुआ। क्या कार्रवाई हुई? कृषि मंत्री ने बताया कि हम बीज के बदले बीज भी देंगे। जाँच करवा लेंगे और कार्रवाई करेंगे,जो दोषी है उन पर भी सख्त कार्रवाई करेंगे। भाजपा विधायक धरमलाल कौशिक ने कहा कि मेरे विधानसभा क्षेत्र में भी खाद-बीज वितरण में समस्या है।
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