रामानुजगंज, अनिल कुमार : सूरजपुर क्षेत्र में लोगों की दहशत अभी खत्म हो गया मगर विकासखंड वाड्रफनगर के अंतर्गत ग्राम कैलाशपुर में एक गाय के बछड़े का जंगली जानवर द्वारा शिकार किया गया. जिसे देखकर लोग दहशत में है. लोगों को शक है कि बाघ की फिर से वापसी तो नहीं हुई. हालांकि वन विभाग ने इसकी पुष्टि नहीं की है. विभाग के लोग पता करने में लगे हैं की किस जानवर ने इस गाय के बछड़े का शिकार किया.
गांव के लोग जंगली जानवरों द्वारा पालतू जानवरों का शिकार करने से घबराए हुए हैं दरअसल वन परीक्षेत्र से लगे तमाम गांव वन संपदा से परिपूर्ण है और ग्रामीण क्षेत्र के लोग इन्हीं से पूरे वर्ष का आय का स्रोत मान कर चलते हैं और इन्हीं पर उनका जीवन यापन चलता है. राज्य सरकार ने पहले से ही वन संपदा पर समर्थन मूल्य तय कर रखा है. ऐसे में जंगली जानवरों का इस तरह से आक्रमण से लोग डरे हुए हैं. अभी जंगल में महुआ बुनने के लिए घर-घर के लोग जाते हैं उन्हें डर है कि किसी जानवर ने आक्रमण कर दिया तो क्या होगा.
वन विभाग की ओर जंगल में जाने के लिए लोगों को मना किया जा रहा है. दूसरी तरफ इन्हीं जंगलों में हाथी की मौजूदगी आम बात है. ऐसे में ग्रामीण क्षेत्र के लोग क्या सोच रहे हैं इस बार अगर महुआ नहीं ला पाए तो उनके परिवारिक स्थिति डामाडोल हो जाएगी.
टाइगर नहीं लेपर्ड होने की सम्भावना
डीएफओ इस संबंध में जब जिले के डीएफओ विवेकानंद झांसी बात की गई तो उन्होंने कहा बाघ नहीं लेपर्ड हो सकता है वैसे हमारा विभाग पता करने की कोशिश कर रहा है और गांव वालों को समझाने की कोशिश कर रहा है कि अभी जंगल की ओर ना जाए अन्यथा खतरा हो सकता है.
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