बलरामपुर। छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में पुलिस कस्टडी में गुरुचंद मंडल की मौत से जुड़े मामले में एक नया मोड़ आया है। जिस महिला के अपहरण की शिकायत मृतक गुरुचंद मंडल ने दर्ज कराई थी, उसका शव झारखंड के गढ़वा थाना क्षेत्र के कोयल नदी से 30 सितंबर काे बरामद किया जा चुका है। महिला के हाथ-पैर बंधे हुए थे। वहीं मृतिका के परिजनों ने ससुराल वालों पर हत्या का आरोप लगाया है। अब इस पूरे मामले में झारखंड पुलिस जांच कर रही है।
बलरामपुर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र पांडे ने साेमवार काे जानकारी देते हुए बताया कि मृतिका के भाई ने बहन रीना मंडल के रूप में पहचान की है। वहीं उसके परिजनों ने ससुराल वालों पर हत्या का आरोप लगाया है। फिलहाल झारखंड पुलिस जांच कर रही है। उन्होंने बताया कि गढ़वा थाना पुलिस के सब-इंस्पेक्टर महेंद्र पासवान के अनुसार 30 सितंबर को कोयल नदी में बहते हुए रीना मंडल का शव झाड़ी में फंसा पाया गया। शव को पंचनामा कर मर्चुरी में एक सप्ताह के लिए रखा गया, ताकि उसकी पहचान हो सके। लेकिन सप्ताह भर बीत जाने के बाद भी किसी भी प्रकार की कोई पतासाजी न लगने के बाद स्थानीय स्वयंसेवी संस्था के सहयोग से शव का अंतिम संस्कार भी पाेस्टमार्टम करने के उपरांत कर दिया गया।
आगे उन्होंने बताया कि जैसे ही घटना की जानकारी बलरामपुर पुलिस को लगी तो बलरामपुर पुलिस ने मृतिका के परिजन, जिसमें भाई, पिता और बहनों को साथ लेकर गढ़वा पहुंची और साक्ष्य के आधार पर मृतिका की पहचान रीना मंडल के रूप में परिजनों ने किया। इसके बाद परिजनों ने मृतिका रीना मंडल के अस्थि को लाकर विधिवत आज से अंतिम संस्कार की प्रक्रिया चालू की है।
उल्लेखनीय है कि 24 अक्टूबर को बलरामपुर कोतवाली में पुलिस कस्टडी के दौरान एनएचएम कर्मी गुरुचंद मंडल की मौत के बाद जिला मुख्यालय में बड़ा हंगामा हुआ था। लोगों ने थाने और शासकीय वाहनों पर हमला किया और पुलिस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। मृतक गुरुचंद मंडल ने अपनी पत्नी रीना मंडल की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी, जिसके बाद पुलिस ने उनसे कई बार पूछताछ की। इसी बीच गुरुचंद मंडल को कोतवाली के बाथरूम में फांसी पर लटका पाया गया, जिससे पूरे प्रदेश में हंगामा मच गया। वहीं मामले में अब नया मोड़ आ गया है जो गुम थी उसका शव झारखंड के गढ़वा पुलिस को नदी से बरामद हुआ है।
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