रामानुजगंज, अनिल गुप्ता। फोरेस्ट रेंज अंतर्गत आरागाही, नावापारा और कंचननगर में बीते रात हाथियों के दल ने जमकर उत्पात मचाया साथ ही खेत में लगी फसलों को तबाह कर दिया। वन विभाग को इसकी सूचना दी लेकिन वन विभाग का सुस्त रवैया बरकरार है। पिछले दिनों चिनिया महावीरगंज की तरफ हाथियों के दल को देखा गया था।
मक्का, गेहुं सहित अन्य फसलों को रौंदकर बर्बाद कर दिया
खेतों में हाथियों के पैरों के निशान भी मौजूद है जिससे साफ पता चल रहा है कि हाथियों ने बीते रात अपनी भुख मिटाने के लिए खेत में धावा बोलकर फसलों को रौंदते हुए बर्बाद कर दिया। जिससे किसानों को नुकसान हुआ है। इसकी सूचना वन विभाग को दी गई है।
हाथियों का दल 4-5 दिनों से रामानुजगंज फोरेस्ट रेंज के चिनिया, महावीरगंज और कनकपुर के आसपास के जंगलों में भ्रमण कर रहा है। ग्रामीणों में डर और दहशत का माहौल निर्मित हो गया है। दिन में हाथी जंगल में रहते हैं लेकिन रात होते ही भोजन की तलाश में गांव की तरफ आते हैं और तोड़फोड़ करते हैं।
एक तरफ सात हाथियों का दल ग्राम पंचायत आरागाही के नवापारा में उत्पात मचा रहा है और फसलों को रौंद रहा है। यह सात हाथियों का दल है जो ग्रामीणों के अनुसार ग्राम के नजदीक बागड़ी पहाड़ में लगातार चार दिनों से डेरा जमाए हुए हैं और जब भी मौका मिलता है गांव में आते हैं। दूसरी तरफ झारखंड प्रदेश की ओर से ग्राम पंचायत कनकपुर अंतर्गत टकिया टोला में किसान राजकुमार यादव उम्र 52 वर्ष के 50 डिसमिल जमीन में लगे गेहूं के फसल को बर्बाद कर दिया। वहीं ग्राम पंचायत आरागाही के अजीत यादव पिता बंसी यादव के फसल को नुकसान पहुंचाया। ऐसे में रामानुजगंज के इन दोनों ग्राम के अलावा निकट ग्रामों की जनता में भय व्याप्त हो गया है। लोगों का कहना है कि पता नहीं कब कहां से हाथी आ जाए।
बाघ का खतरा टलते ही, हाथियों ने मोर्चा संभाला
बाघ का डर जाते ही हाथियों का दोनों तरफ से प्रवेश ग्रामीण क्षेत्रों के लिए चिंता का विषय है। इस मामले में गुप्त सूत्रों से अभी पता चला है कि हाथियों के दल के बारे में ग्राम पंचायत आरागाही में ग्रामीणों सहित वन विभाग का अमला पहुंचकर हाथियों को खदेड़ा तो था परंतु ग्राम पंचायत कनकपुर के ग्राम टकिया टोला में रात 12:00 बजे के आसपास ग्रामीणों की सूचना पर वन विभाग का कोई अमला नहीं पहुंचा। ऐसे में विभाग द्वारा ग्रामीणों को अकेला छोड़ा जाना समझ से परे है।
इस संबंध में जब रामानुजगंज वन परीक्षेत्र अधिकारी पांडे से बात की गई तो उन्होंने बताया कि सूचना हम लोगों को दोनों तरफ से मिली थी, मगर ज्यादा डर नवापारा क्षेत्र के लोगों को था इसलिए हमारा पूरा अमला नवापारा में तैनात था। देर रात टकिया टोला में एक हाथी की सूचना मिली थी तब तक मेरा पूरा हमला नवापारा में था, वास्तविक स्थिति यह है कि हाथियों का दल दो भागों में बट गया है। जिसकी वजह से परेशानी खड़ी हो रही है।
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