बड़कागांव : झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति गोंदलपुरा के तत्वावधान में खतियानी महाजुटान का आयोजन फुटबॉल मैदान गोंदलपुरा में किया गया. कार्यक्रम के बतौर मुख्य अतिथि जयराम महतो ने खोरठा भाषा में अपने संबोधन में कहा कि जमीन हमइन के माय है आर माया माटी से हमर पेट भरत है. जकरा सम्मान खातिर हम अपन जान दिए कि तैयार हिय. आगे कहा कि हम भी भारत का विकास चाहते हैं, लेकिन भूमि अधिग्रहण बिल 2013 के अनुरूप कंपनी जमीन के बदले जमीन, ग्रामीणों की 80% की सहमति, अधिकतम बाजार मूल्य की चार गुणा राशि का भुगतान, जमीन दाता एवं उनके परिजनों को नौकरी, सुनिश्चित करे या सरकार मेघालय और मिजोरम की तर्ज पर कोयला खनन का अधिकार ग्राम सभा को दे. भौतिक संसाधनों का अधिकार सिर्फ ग्रामसभा को है. इसलिए खानाबदोश व प्रदूषण तथा बीमारी के लिए क्षेत्र की एक इंच भी जमीन नहीं देंगे और न ही कंपनी को क्षेत्र को बर्बाद करने देंगे. उन्होंने कहा कि पूर्वजों ने गड्ढा, नाला, जंगल, झाड़ को अपना खून और पसीना बहा कर समतल किया और उपजाऊ बनाया है, जिस पर सिर्फ धान और गेहूं ही नहीं, बल्कि गन्ना, मकई, मटर, आलू, टमाटर, चना, अरहर, लहसुन, प्याज समेत कई तरह के बहुफसली का उपजाऊ किया जा रहा है. अपने जीविकोपार्जन के साथ-साथ परिवार का विकास किया जा रहा है, जिसे हम कभी मिटने नहीं देंगे. ऐसे बहुफसली उपजाऊ जमीन को सरकार की गलत नीतियों और प्रशासन के सहयोग से कंपनी बर्बाद करना चाहती है, जिसे कभी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा क्योंकि झारखंड बनने के बाद झारखंड वासियों को सिर्फ दर्द ही मिला है. यहां भाजपा व कांग्रेस की क्रूर सरकार रही है, जो सदा अंग्रेजों की भांति किसानों, भू-रैयतों व ग्रामीणों को लूटने का काम किया है.
समाजसेवी विकास कुमार ने कहा कि भाषा और खतियान बचाने की जरूरत है. आज यहां की खनिज संपदा नेताओं की गलत नीतियों के कारण अभिशाप बन गया है. स्थानीय लोग मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं. बाहरी का वर्चस्व है. असंवैधानिक तरीके से ग्राम की जमीन को बिना आमसभा किए भूमि बैंक में डाल दिया गया है, जिसकी लड़ाई हमें लड़नी है.
पूर्व मुखिया श्रीकांत निराला ने कहा कि प्रकृति और संस्कृति को बचाना हमारा फर्ज है. जल, जंगल, जमीन हमारी है. हम इसे खोने नहीं देंगे. कार्यक्रम को मुख्य रूप से जयनारायण मेहता, मोहन महतो, देवनाथ महतो, दीपक दास, प्रोफेसर लाल देव महतो, प्रो ज्योति जलधार, बसंती देवी, इंद्रदेव राम, फागू गोप, चौधरी यादव, गिरजा भुइयां, भीखन महतो समेत दर्जनों लोगों ने संबोधित किया. मंच की अध्यक्षता पूर्व मुखिया श्रीकांत निराला व संचालन कृष्णा राणा ने किया. मौके पर विकास कुमार, विक्रम कुमार, रवि कुमार समेत सैकड़ों लोग मौजूद थे.