डाल्टेनगंज : डाल्टेनगंज रेलवे स्टेशन के पास महिला प्रसव पीड़ा से तड़पती रही, चीखती रही कि कोई मेरे बच्चे को बचा लो। लोग मदद के लिए भी भागे लेकिन सरकारी सिस्टम के आगे महिला की गुहार ने दम तोड़ दिया। बच्चे ने कोख में ही दम तोड़ दिया। डाल्टेनगंज रेलवे स्टेशन पर बुधवार की रात घटी इस घटना ने हेल्थ सुविधा पर कई सवाल खड़े कर दिए।
समय नहीं हो सका स्वास्थ्य अधिकारियों से संपर्क
रेलवे स्टेशन के पास चैनपुर शाहपुर की रहने वाली महिला प्रसव पीड़ा से तड़प रही थी। एंबुलेंस के लिए रेलवे अधिकारी लगातार स्वास्थ्य विभाग से संपर्क साधने की कोशिश में लगे थे। संपर्क नहीं हो पाया तो उन्होंने पुलिस के सहयोग से निजी वाहन से करीब 10. 45 बजे रात में मेदिनीनगर एमआरएमसीएच अस्पताल में भर्ती कराया। तब तक देर हो गयी थी बच्चे ने कोख मे ही दम तोड़ दिया था। अगर समय पर स्वास्थ्य अधिकारियों से संपर्क होता और वह पहुंच जाते तो इस बच्चे को बचाया जा सकता था।
निजी वाहन से पहुंचाया गया अस्पताल
इस मामले पर रेलवे स्टेशन के प्रबंधक अनिल कुमार तिवारी कहा, हमारी कोशिश थी की स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंचे और यहीं प्रसव कराया जाए लेकिन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से संपर्क नहीं हो पाया। हमने निजी वाहन से उसे अस्पताल में भर्ती कराया। महिला काफी देर से प्रसव पीड़ा से चीख रही थी। महिला दर्द बर्दाश्त कर रही थी लेकिन बच्चा नहीं कर सका और उसकी मौत हो गयी।
डेढ़ घंटे तक दर्द से तड़पती रही महिला
महिला रेलवे स्टेशन के आसपास झुग्गियों की रहनेवाली है। इधर, स्वास्थ्य विभाग के डीपीएम दीपक कुमार ने कहा कि प्रसव के दौरान महिला का बच्चा फंस गया था। महिला ने मृत बच्चे को जन्म दिया। महिला पूरी तरह सुरक्षित है। महिला के पति ने बताया कि लगभग डेढ़ घंटे तक वह दर्द से चीखती रही। एम्बुलेंस नहीं पहुंची तो प्राइवेट गाड़ी से महिला को एमआरएमसीएच अस्पताल भेजा।