बलरामपुर। दुबई में काम दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले आरोपित को बलरामपुर पुलिस ने कोच्ची एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया है। आरोपित के खिलाफ पूर्व में पुलिस ने लुकआउट सर्कुलर जारी किया था। ओमन से कोच्ची लौटने के दौरान एयरपोर्ट में अथॉरिटी ने आरोपित को पकड़कर बलरामपुर पुलिस को सुपुर्द किया है। पूरा मामला बलरामपुर जिले के शंकरगढ़ थाने का है।
पुलिस के द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार, 30 नवंबर 2022 को प्रेमनाथ गिरी बचवार निवासी ने शंकरगढ़ थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई। जिसमें उसने बताया कि पिछले दस वर्षों से इनका लड़का मनीष गिरी दुबई में रहकर काम करता था। कंपनी बंद होने के बाद लड़का मनीष दुबई से घर वापस लौट आया। इसी दौरान उत्तरप्रदेश के देवरिया जिले का निवासी रामाशीष मद्धेशिया और मेरे लड़के के साथ फोन पर बातचीत हुई। जिसमें उसने बताया कि दुबई में एक अच्छा काम का ऑफर आया है, करना है तो आगे बात करूंगा। आपको 1 लाख 20 हजार रूपये देने होंगे। तत्काल में 50 हजार रूपये देना होगा, बाकी काम होने के बाद।
इसके बाद प्रार्थी का लड़का मनीष कुमार गिरी को रामाशीष ने प्रशांत शशिधरण नायर का मोबाइल नंबर दिया और उससे बात करने को कहा। फोन पर बात करने के बाद प्रशांत ने बैंक ऑफ इंडिया का अकाउंट नंबर दिया और खाते में पैसा डालने को कहा। जिसके बाद प्रार्थी का लड़का मनीष ने 30 नवंबर 2021 को 50 हजार रूपये और 16 मार्च 2022 को 34 हजार रूपये उसके अकाउंट में डाल दिया। कुल 84 हजार रूपये लेने के बाद भी आरोपित ने दुबई के लिए न तो वीजा और न ही टिकट बनवाकर भेजा है और अब पैसा भी वापस नहीं कर रहा है।
जिसके बाद शंकरगढ़ पुलिस ने प्रेमनाथ गिरी की शिकायत पर केस दर्ज कर जांच में जुट गई। पूर्व में उत्तरप्रदेश के देवरिया जिले के निवासी आरोपित रामाशीष मद्धेशिया को गिरफ्तार कर जेल दाखिल कर दिया गया था। इस मामले में दूसरा आरोपित प्रशांत शशिधरण (42 वर्ष) निवासी न्यू पल्लई, विड पालुड पच्चापियों पालोंड, जिला त्रिवेद्रंम केरला के विरूद्ध लुक आउट सर्कुलर जारी किया गया था।
बलरामपुर जिले के पुलिस अधीक्षक वैभव बेंकर ने बताया कि मामले का दूसरा आराेपित घटना के बाद फरार चल रहा था, साइबर की सहायता से पता चला कि आराेपित प्रशांत शशिधरण देश से बाहर फरार हाे गया है। आरोपित प्रशांत शशिधरण 11 मार्च को ओमन से भारत लौट रहा था तभी कोच्ची एयरपोर्ट पर अथॉरिटी द्वारा उसे पकड़ा गया और शंकरगढ़ पुलिस को सुपुर्द किया गया। आरोपित के विरूद्ध पर्याप्त अपराध सबूत पाए जाने पर आवश्यक विधिक कार्रवाई पूर्ण कर आरोपित को गिरफ्तार कर मंगलवार शाम को न्यायालय के समक्ष पेश किया गया है।
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