बलरामपुर। शनिवार की शाम बलरामपुर जिले के राजपुर में भीषण सड़क दुर्घटना हुआ। हादसे में आठ लोगों की जान गई है। इसमें एक ही गांव के सात लोग शामिल है। सूरजपुर जाने के दौरान अनियंत्रित स्कॉर्पियो (CG15DP 6255) पानी से भरे डबरी में जा गिरी। जिसमें आठ लोगों की मौत हो गई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, राजपुर-कुसमी मार्ग के लडुआ गांव के पास यह हादसा हुआ है। बताया जा रहा है कि सभी लोग कुसमी के लरिमा गांव से सूरजपुर की ओर जा रहे थे। शनिवार की शाम करीब 7.30 बजे तेज रफ्तार स्कॉर्पियो अनियंत्रित होकर सड़क किनारे बने डबरी में जा गिरी। जिसके गांव के लोगों ने घटना की सूचना पुलिस को दी।
इधर सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस और स्थानीय लोगों ने रेस्क्यू कर ड्राइवर को बाहर निकाला। जिसे प्राथमिक उपचार के लिए अस्पताल भेज दिया जहां उसकी मौत हो गई। इधर स्कॉर्पियो को क्रेन के माध्यम से बाहर निकाला गया। घटना में सभी स्कॉर्पियो सवार की मौत हो चुकी है।
पानी में डूबने से हुई मौत
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि स्कॉर्पियो पानी में डूबने के कारण सभी गेट लॉक हो चुके थे। संभवतः हादसे के बाद सभी बाहर निकलने का प्रयास कर रहे हो लेकिन गेट लॉक होने के कारण बाहर नहीं निकल पाए। जिससे अंदर पानी भर गया और डूबने से सभी की मौत हो गई।
सूरजपुर जाने के दौरान हुआ हादसा
इस मामले में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विश्व दीपक त्रिपाठी ने बताया कि, सभी स्कॉर्पियो सवार कुसमी के लरिमा से सूरजपुर जाने के लिए निकले थे। तभी लडुआ मोड़ के पास अनियंत्रित होकर डबरी में जा गिरी। स्कॉर्पियो में ड्राइवर सहित आठ लोग सवार थे। ड्राइवर को रेस्क्यू कर बाहर निकाला गया। ड्राइवर की हालत गंभीर थी, प्राथमिक इलाज के लिए उसे अस्पताल भेजा गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
क्रेन से स्कॉर्पियो को बाहर निकाला
उन्होंने आगे बताया कि, स्कॉर्पियो डबरी के दलदल में फंसी हुई थी। उसे क्रेन के माध्यम से बाहर निकाला गया। जिसमें छह शव बरामद हुए है। दलदल में एक और व्यक्ति की शव की सूचना मिली। देर रात एसडीआरएफ की मदद से उसे भी बाहर निकाला गया। इस तरह कुल आठ लोग उस गाड़ी में सवार थे। जिसमें सभी लोगों की मृत्यु हो चुकी है।
एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विश्व दीपक त्रिपाठी ने बताया कि, स्कॉर्पियो में एक शिक्षिका, उनके पति और उनकी बेटी ये तीन सूरजपुर जा रहे थे, बाकी चार उनके पड़ोसी थे। गांव के लोगों का कहना था कि, शिक्षिका, उनके पति और बेटी को छोड़ बाकी लोग वापस लौट जाते। ड्राइवर बगल के गांव का था।
घटना में इनकी हुई मौत
संजय मुंडा, 35 (शिक्षिका के पति), चंद्रावती (शिक्षिका), कुमारी कृति (शिक्षिका की बेटी), मंगलदास, भूपेंद्र मुंडा, उदय नाथ, बालेश्वर (पड़ोसी), मुकेश (ड्राइवर)।