कोडरमा, अरुण सूद। मन में उल्लास और पैर में थिरकन के साथ जीवन में मिले फुरसत के पल कहे जाने वाले झुमरी तिलैया में आयोजित समर कैंप न सिर्फ बच्चों के लिए यादगार रहा बल्कि 60 वर्ष से ऊपर की महिलाओं के लिए एक बड़ा सौगात साबित हुआ। हम बात कर रहे है नटराज कला केंद्र द्वारा आयोजित भव्य समर की। सात दिवसीय कैंप का समापन रविवार को गौरी शंकर मोहल्ला स्थित माहूरी भवन में हुआ। सात दिवसीय ग्रैंड समर कैंप का समापन रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ हुआ। इस मौके पर आकर्षण संडे का फंडा कार्यक्रम का रहा जहां समर कैंप के प्रशिक्षण में बच्चे और महिलाओं में उमंग के साथ पांव थिरकते नजर आए।
कार्यक्रम की शुरुआत जिला कल्याण पदाधिकारी अभिषेक आनन्द, विशिष्ट अतिथि डा. सुरभि, माहुरी समाज के अध्यक्ष मुन्ना भदानी, अध्यक्ष सुरभि, श्वेता श्रीवास्तव नटराज कला केंद्र के निदेशक राजेश भदानी, परियोजना निदेशक अंजना भदानी ने संयुक्त रूप से दीप जलाकर किया। अरिणी भदानी ने गणेश वंदना प्रस्तुत कर सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरुआत की। इसके बाद शुरू हुआ विविध प्रस्तुतियों का दौर जो देर तक चलता रहा।
बच्चों ने राजस्थानी नृत्य, पहाडी नृत्य, क्लासिकल, रोबोटिक रैम्प वॉक, भांगड़ा, जुम्बा, भोजपुरी नृत्य प्रस्तुत कर समा बांधा। महिलाओं के द्वारा प्रस्तुत कार्यक्रम में आयोजन में चार चांद लगा दिया। भाग दौड़ के इस जीवन में महिलाओं ने समर कैंप में हिस्सा लेकर जुंबा जैसे नृत्य कर न सिर्फ अपने प्रतिभा का परिचय दिया बल्कि स्वास्थ्य और फिजिकल फिटनेस के प्रति भी रुचि दिखाई।
मुख्य अतिथि जिला कल्याण पदाधिकारी अभिषेक आनंद ने समर कैंप को सराहते हुए कहा कि इसमें हिस्सा लेने वाले बच्चों सहित सभी का आत्मविश्वास बढ़ता है, वही उनके अंदर सामाजिक कौशल का भी निर्माण होता है। गीत संगीत और खेलकूद के बीच कई चीजों को सीखने का अवसर मिलता है। उन्होंने नटराज कला केंद्र द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम को खूब सराहा।
जबकि विशिष्ट अतिथि डा. सुरभि ने कहा कि जुम्बा से महिलाएं स्वस्थ हो रही है। अपने “हेल्थ फिटनेस की ओर ज्यादा ध्यान दे रही है। तिलैया जैसे छोटे शहर में आज मैंने पहली बार इस प्लेटफार्म में महिलाओं को देखा है। जहां महिलाओ ने बिना हिचकिचाहट आपना नृत्य एक साथ प्रस्तुत किया। माहुरी वैश्य मंडल के जिला अध्यक्ष मुन्ना भदानी कार्यक्रम की प्रशंसा कर कहा कि नटराज कला केंद्र एक ऐसी संस्था है जहां हर वर्ग के बच्चे और महिलाएं अपना प्रदर्शन कर रही हैं।
मौके पर आन्या सेठ, परी कुमारी, वेशिका कुण् नव्या, प्रवनीत, यार्शिका, जसनीत प्रिंस कुमार, लक्की, आश्वी, वैदिक, कृषब, आरिनी आरव भदानी , ओमदेव, प्रिन्स पटेल, स्पर्श, तेनम्य, हरप्रीत, परी कौर, वंशिका, रानी, प्रितयाशा देवांशी, श्रृषा, समीक्षा आन्या चारुल तृषा, प्रिन्सी, पार्थवी, प्रियल, जानवीराज निक्कू सेठ उपस्थित रहें।