नई दिल्ली। देश के किसी भी भाग से ईद का चांद निकलने की पुष्टि नहीं हुई है। इसलिए भारत में ईद-उल-फित्र का पर्व 11 अप्रैल यानी गुरुवार के दिन मनाया जाएगा। ऐतिहासिक जामा मस्जिद में आयोजित मरकजी रूयत-ए-हिलाल कमेटी की बैठक में यह फैसला लिया गया है। बैठक में चांद नहीं निकलने की जानकारी देते हुए कल मुसलमानों से रोजा रखने की अपील की गई है।
जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने कहा है कि देश के किसी भी भाग से ईद का चांद निकलने की सूचना नहीं मिली है। सभी स्थानों पर संपर्क किया गया है मगर कहीं से चांद निकलने की पुष्टि नहीं की गई है। इसलिए फैसला लिया गया है कि ईद-उल-फित्र का पर्व 11 अप्रैल गुरुवार को मनाया जाएगा। कल रमजान माह का 30 वां रोजा रखा जाएगा।
शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने देशवासियों को ईद की मुबारकबाद देते हुए कहा है कि ईद का पर्व रमजान के 30 रोजे रखने के बाद आता है। हमें इसको खुशी-खुशी मनाना चाहिए। अपने आस-पड़ोस के गरीबों का भी ख्याल रखना चाहिए, उन्हें भी अपनी खुशियों से शामिल करना चाहिए।
शाही मस्जिद फतेहपुरी के इमाम डॉ. मुफ्ती मुकर्रम अहमद ने भी ईद का चांद नहीं दिखाई देने की तस्दीक करते हुए 11 अप्रैल को ईद मनाए जाने की घोषणा की है। उन्होंने सभी को ईद की मुबारकबाद पेश की है।
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