नई दिल्ली। अगले वर्ष अयोध्या में रामलला के दर्शन के लिए देश विदेश के करोड़ों रामभक्त आतुर हैं। उनका ऐतिहासिक पल का यह इंतजार मंदिर का निर्माण कार्य प्रारंभ होने के साथ शुरू हो गया है। ऐसे में मकर संक्रांति के बाद जब जनवरी में रामलला मंदिर का पट खोला जाएगा। तब रामलला की मूर्ति के प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान आयोजन के साथ ही भक्तों के प्रबंधन पर भी विमर्श तेज हो गया है, क्योंकि तब प्रतिदिन हजारों लोगों के अयोध्या पहुंचने का अनुमान है। केंद्र व राज्य सरकार के साथ ही राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट और विहिप में भी इसे लेकर चर्चा और प्रबंधन रणनीति बनाई जा रही है।
उम्मीद है कि इस अवसर पर देशभर के प्रमुख साधु संतों के साथ ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की विशेष मौजूदगी रह सकती है। हाल ही में रायपुर में हुई विहिप की केंद्रीय प्रबंध समिति की बैठक में देश के प्रमुख संतों की मौजूदगी में इसपर विस्तार से चर्चा हुई। संतों ने कहा कि पूरे भारत से ही नहीं विश्व से लोग प्रभु राम के दर्शन को लेकर उत्सुक है, ऐसे में मंदिर का पट खोलने के साथ ही राम सैलाब वहां उमड़ आएगा। यह स्थिति आगे के कई माह रह सकती है। ऐसे में उसे संभालने के लिए विशेष प्रबंधन और नीति की आवश्यकता है, ताकि देशभर के रामभक्त बिना किसी परेशानी के आनंद पूर्वक रामलला के दर्शन कर सकें।
इसमें राममंदिर के लिए संघर्ष करने वाले लोगों तथा परिवारों की भी मौजूदगी रहेगी। तय हुआ कि रामभक्तों को अयोध्या आने के लिए अलग अलग दिन राज्यवार व्यवस्था की जाए। विहिप के संगठन की दृष्टि से देश को 44 प्रांतों में बांटा है। हर प्रांत के रामभक्तों के लिए दो–दो दिन– रात ठहराने की व्यवस्था अयोध्या में की जाएगी। इस दौरान वह प्रभु राम के दर्शन पूजन के साथ अन्य पवित्र स्थानों के दर्शन करेंगे। यह भी तय हुआ कि हर राज्य से रामभक्तों के लिए अयोध्या आना सुगम करने के लिए विशेष ट्रेन चलवाई जाए। विहिप के केंद्रीय कार्याध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा कि इसके लिए रेलवे मंत्रालय को जल्द ही आग्रह पत्र लिखा जाएगा।
राममय होगा देश
सभी मंदिरों में होंगे अनुष्ठान इसी तरह, रामलला मंदिर का पट खोलने से पहले ही देशभर को राममय करने की तैयारी है। इसके लिए सप्ताह भर पूर्व से देश के सभी छोटे बड़े मंदिरों में धार्मिक अनुष्ठान शुरू हो जाएंगे। जिस दिन अयोध्या में भव्य मंदिर का पट खुलेगा, उस दिन मंदिरों के साथ ही मठ, आश्रम और अन्य धार्मिक स्थानों पर एलईडी के माध्यम से विशेष प्रसारण होगा। इस ऐतिहासिक अवसर पर मिष्ठान वितरण होगा। फिर वहीं से रामभक्त धार्मिक अनुष्ठान कर प्रभु राम को नमन करेंगे।
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