हजारीबाग : झामुमो छात्र संघ के विश्वविद्यालय अध्यक्ष ने कुलाधिपति को पत्र लिखकर कहा है कि डिजिटलाइजेशन के नाम पर विद्यार्थियों के पैसे की बर्बादी नहीं होनी चाहिए. इस बात का ख्याल रखा जाना चाहिए. उन्होंने कहा है कि विनोबा भावे विश्वविद्यालय और प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों में प्रमाण पत्रों के डिजिटलाइजेशन कार्य को संपादित करने की बेहतर पहल की जा रही है. इस कार्य के लिए विश्वविद्यालयों को प्रति छात्र सरकार की ओर से राशि तय होनी चाहिए या फिर पूरे राज्य स्तर पर निविदा प्रक्रिया को अपनाया जाना चाहिए, इससे पारदर्शिता बनी रहेगी.
उन्होंने कहा कि डिजिटलाइजेशन के कार्य में विश्वविद्यालय की आंतरिक राशि खर्च होनी है, जो पूर्ण रूप से विद्यार्थियों के पैसे हैं. इसलिए इस राशि का इस्तेमाल सही तरीके से होना चाहिए. इस संबंध में चंदन सिंह ने सुझाव दिया है कि क्यों नहीं विश्वविद्यालयों में इंजीनियरिंग, बीसीए या एमसीए के विद्यार्थियों को इस कार्य के लिए इस्तेमाल कर विश्वविद्यालय के करोड़ों रुपए बचाए जा सकते हैं. साथ ही आग्रह किया है कि इस संबंध में उचित कारवाई करें, चूंकि जो निविदा विनोबा भावे विश्वविद्यालय में की जा रही है उसमें जिस प्रकार से बदलाव किए गए हैं और निविदा को पूर्ण किया गया है, वह कई सवाल खड़े करता है.
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