बलरामपुर, विष्णु पांडेय। छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले के रामानुजगंज स्थित वार्ड क्रमांक चार निवासी हार्दिक रवि (12 वर्ष) ने अपने ही घर फांसी के फंदे से आत्महत्या कर लिया। परिजनों की सूचना पर रामानुजगंज पुलिस मौके पर पहुंची और आगे की कार्रवाई में जुट गई।
रामानुजगंज पुलिस आज मंगलवार काे बताया कि बीते सोमवार की रात करीब 7 बजे रामानुजगंज वार्ड क्रमांक चार निवासी भारत जशवंत रवि के 12 वर्षीय पुत्र हार्दिक रवि ने अपने घर में फांसी के फंदे से आत्महत्या कर लिया। मृतक हार्दिक रवि सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल में कक्षा चौथी का छात्र था। बताया जा रहा है कि, हार्दिक पढ़ाई में अच्छा था। मृतक के पिता भारत जशवंत रवि रामानुजगंज सौ बिस्तर अस्पताल का कर्मचारी है। घटना के समय भी वे अस्पताल में ही थे। सूचना मिलने पर तत्काल घर पहुंचे और बेटे का शव फांसी के फंदे लटका हुआ मिला।

आनन-फानन में जशवंत रवि बेटे को फांसी के फंदे से उतार सौ बिस्तर अस्पताल पहुंचे लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। चिकित्सकों ने हार्दिक रवि को मृत घोषित कर दिया। इधर, परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है। आज मंगलवार को पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर मर्ग कायम कर पोस्टमार्टम करवाने के बाद परिजनों को शव सुपुर्द कर दिया गया। पुलिस इस मामले को लेकर जांच में जुट गई। इस केस पर पुलिस सभी पहलुओं पर जांच कर रही है।
बीएमओ महेश प्रसाद गुप्ता ने आज मंगलवार को बताया कि, 12 वर्षीय बच्चे का मामला आया था। लेकिन तब तक उसकी मृत्यु हो चुकी थी। प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या का लग रहा है लेकिन पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
रामानुजगंज में 12 वर्षीय हार्दिक रवि की आत्महत्या ने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया है। पढ़ाई में होनहार और मासूम उम्र में ऐसा कदम उठाना कई सवाल खड़े करता है। पुलिस मामले की बारीकी से जांच कर रही है ताकि घटना के पीछे की असली वजह सामने आ सके। वहीं, परिवार के गम का माहौल देखकर पूरे मोहल्ले में शोक की लहर है। प्रशासन ने भी इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए बच्चों की मानसिक स्थिति पर ध्यान देने और समय-समय पर संवाद बनाए रखने की अपील की है।
ये भी पढ़िए……..