हजारीबाग : विनोबा भावे विश्वविद्यालय परिसर स्थित गांधी विनोबा जयप्रकाश चिंतन केंद्र में सोमवार को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 75 वीं पुण्यतिथि मनाई गई। श्रद्धांजलि सभा की अध्यक्षता करते हुए कुलपति डॉ मुकुल नारायण देव ने कहा कि स्वतंत्रता संघर्ष के महानायक के रूप में महात्मा गांधी का नाम विश्व इतिहास में अमिट और अमर है। कुलपति ने कहा कि सत्य और अहिंसा को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने सामाजिक परिवर्तन के हथियार के रूप में प्रयोग करते हुए छुआछूत, अमीर गरीब, पर्दा प्रथा, बाल विवाह जैसी कुरीतियों को दूर करने का संदेश दिया।
कुलपति डॉक्टर देव ने कहा कि गांधी जी के आदर्शो को अपनाकर ही विश्व बंधुत्व की स्थापना की जा सकती है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शिक्षा स्वास्थ्य विभाग के निदेशक डॉ विनोद रंजन ने कहा कि अहिंसा से ही शांति की स्थापना की जा सकती है। इतिहास विभाग के अध्यक्ष डॉक्टर विकास कुमार ने कहा कि बापू का दर्शन पूरे विश्व के लिए अमूल्य धरोहर है।
मौके पर राजनीति विज्ञान विभाग की छात्रा श्वेता काजल और पप्पू ने बापू के प्रिय भजन का गायन कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इस अवसर पर 2 मिनट का मौन रखकर राष्ट्रपिता को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। मौके पर वित्त सलाहकार सुनील कुमार सिंह, कुलसचिव डॉ वीरेंद्र कुमार गुप्ता,डॉ जयदीप सान्याल ,डॉक्टर ए के मंडल ,डॉक्टर एचएन सिन्हा डॉ इंद्रजीत कुमार, डॉ केदार सिंह, डॉक्टर जौनी रूफीना तिर्की, डॉक्टर सरोज सिंह डॉ मंजुला, डॉक्टर राजूराम ,डॉक्टर मनोज, डॉक्टर सादिक रजा समेत काफी संख्या में शिक्षक एवं विद्यार्थी अनुपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन ,डॉक्टर मृत्युंजय प्रसाद तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ विकास ने किया।
हजारीबाग। शहीद दिवस के अवसर पर डीएवी पब्लिक स्कूल के प्राचार्य अशोक कुमार ने स्कूल परिसर में स्थित राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की प्रतिमा पर श्रद्धा-सुमन अर्पित किए। इस अवसर पर प्राचार्य ने छात्र-छात्राओं को महात्मा गाँधी के सिद्धांतों ए्वं आदर्शों पर चलने की नसीहत दी। उन्होंने कहा कि वैश्विक स्तर पर बढ़ती आतंकवाद एवं युद्ध गत तनाव से उपजी समस्या से केवल महात्मा गाँधीजी के सत्य एवं अहिंसा के सिद्धांत को अपना कर ही निजात पाया जा सकता है। प्राचार्य ने कहा कि गाँधीवाद कोई लिखित विचार-दर्शन नहीं है बल्कि गाँधीवाद जीवन जीने की एक आचरण-पद्धति है।
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