रांची। पांच जनवरी के बाद झारखंड में ठंड और बढ़ेगी। अभी कुहासा और बादल का मिलाजुला असर है। देश के उत्तरी हिस्से में चल रही बफीर्ली हवाओं ने कनकनी बढ़ा दी है। मौसम खुलने के साथ ही पांच जनवरी से ठंड और सताएगी। झारखंड में ठंड की बात करें तो पलामू इसी चपेट में सबसे ज्यादा है। यहां शीतलहर और कनकनी का सबसे ज्यादा असर लोगों को झेलना पड़ रहा है। राज्य के अंदर पलामू में अधिकतम और न्यूनतम तापमान सबसे कम रहा। मौसम केंद्र रांची के के पूर्वानुमान के मुताबिक आने वाले दो दिनों के दौरान भी यही स्थिति बनी रहेगी। अभी जो बादल छाए हुए हैं, उसके छंटते ही रांची में भी ठंड बढ़ेगी। मौसम वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने बताया कि मकर संक्रांति के बाद ही कुछ राहत मिल सकती है।
बर्फीली हवाओं की वजह से राज्य का तापमान नौ डिग्री तक गिरा
मौसम विज्ञान केंद्र से प्राप्त सूचना के अनुसार झारखंड में कुहासे और उत्तर से आ रही बर्फीली हवा के कारण कनकनी काफी बढ़ी है। अधिकतम तापमान पिछले 48 घंटों के दौरान नौ डिग्री नीचे गिर गया है। डालटनगंज का अधिकतम तापमान 17 डिग्री और न्यूनतम तापमान 10.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। राज्य में मौसम बदलाव होने के साथ ठंड और बढ़ेगी। पांच के बाद बादल छंटने के साथ कनकनी भी बढ़ेगी।
बादल छाने के कारण अधिकतम तापमान नीचे गया
मौसम विभाग के अनुसार बादल छाने के कारण अधिकतम तापमान सामान्य से नीचे चल रहा है। राज्य के ऊपरी वातावरण में सर्द हवाओं का आना जारी है। पूर्व और दक्षिण से हवा आने के कारण बादल छाए हुए हैं। डाल्टनगंज में सबसे कम तापमान 10.3 डिग्री रहा। राजधानी और दक्षिणी भागों पर मकर संक्रांति तक कुहासा का प्रभाव हो सकता है, जबकि पश्चमोत्तर झारखंड के पलामू में इसका सबसे अधिक प्रभाव पड़ेगा। इसके साथ ही बिहार और बंगाल के गांगेय क्षेत्र से सटे सीमावर्ती भागों पर भी कुहासा पड़ेगा।
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