हजारीबाग। हजारीबाग कायस्थ महापरिवार से जुड़ी एक शिक्षिका रिंकी अखौरी नारी सशक्तीकरण की बड़ी पहचान बनकर उस वक्त उभरीं, जब उन्होंने रक्तदान कर सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल महिला की जान बचाई। दरअसल सड़क हादसे में घायल महिला बिंदु देवी इलाज के लिए वीणा जेनरल हास्पिटल में भर्ती कराई गईं। सर्जरी के दौरान शुक्रवार को घायल महिला को एबी निगेटिव ब्लड की जरूरत पड़ गई।
हजारीबाग कायस्थ महापरिवार की शिक्षिका सह बड़ा अखाड़ा चौक निवासी स्व. अखौरी ब्रजेश “बच्चन बाबू” के छोटे बेटे आशीष अखौरी की अर्द्धांगिनी रिंकी अखौरी को जैसे ही यह बात पता चली, वह रक्तदान के लिए विचलित हो उठीं। फिर
फिर एबी निगेटिव ग्रुप का अपना बहुमूल्य रक्त महादान कर एक जरुरतमंद को जीवनदान दिया। रिंकी अखौरी ने बताया कि जरूरतमंद बिन्दु देवी के लिए वाट्सएप ग्रुप रक्तदान महादान में एबी निगेटिव रक्त की मांग आयी, तो उन्हें रक्तदान कर उस महिला की जान सुरक्षित करने का उन्हें सौभाग्य मिल गया। फिर उन्होंने तनिक देर नहीं की। सीधा हजारीबाग शेख भिखारी मेडिकल कालेज हास्पिटल परिसर स्थित ब्लड बैंक पहुंच गईं। जीवन में इससे बड़ा और अनमोल महादान और क्या होगा। उनका जीवन धन्य हो गया।
बहरहाल ऐसे विचार हर महिला और हर व्यक्ति में हो, तो फिर न जाने कितनी जानें सुरक्षित हो सकती हैं। लोगों में फैली इस भ्रांति पर भी विराम लगेगा कि रक्तदान से शरीर को कोई नुकसान है, बल्कि इससे लोग शारीरिक रूप से स्वस्थ ही रहते हैं।
ये भी पढ़िए……………..