पदमा (हजारीबाग)। आपका अपना अखबार ‘वर्ल्ड वाइज न्यूज’ और पोर्टल offbeatnews.in में गुरुवार को प्रमुखता से खबर छपते ही मरते चमगादड़ों का हाल लेने के लिए वनरक्षी पदमा के सरैया स्थित पाठक टोला पहुंचे।
अख़बार और पोर्टल में छपी खबर के बाद वन विभाग के अधिकारी तुरंत हरकत में आए और गर्मी से मर रहे चमगादड़ों की स्थिति का जायजा लेने बरही वन विभाग से वनरक्षी बीरेंद्र कुमार और चेतन कुमार घटनास्थल पर पहुंचे।
पूछे जाने पर बताया कि स्थानीय निवासी रोहित पाठक के माध्यम से अधिकारियों ने इस घटना के विषय में सूचित किया था और अखबार में प्रकाशित समाचार को उनके मोबाइल में भेजा था।
किंतु घटना स्थल पर पहुंच कर वनरक्षियों ने मार्मिक स्थिति को देखकर दोनों हाथ खड़े कर दिए। उन्होंने कहा कि यह जो स्थिति है इसमें हमारा विभाग कुछ नहीं कर सकता, क्योंकि चमगादड़ों को कृत्रिम रूप से पानी नहीं पिलाया जा सकता है।
चूंकि कि यह पेड़ के ऊपर लटके होते हैं तो इनके लिए छांव की व्यवस्था करना भी मुश्किल है। यह वन विभाग क्षेत्र से बाहर की चीज है। अगर चमगादड़ों के मरने से बदबू फैल रहा है, तो इसलिए आप लोग जन स्वास्थ्य कल्याण विभाग से मदद ले सकते हैं।
ज्ञात हो कि हज़ारीबाग जिले के पदमा प्रखंड स्थित सरैया पाठक टोली मे तापमान में अप्रत्याशित वृद्धि के कारण कई चमगादड़ों की मौत हो रही है, किन्तु इनके बचाव के लिए अभी तक किसी ने अपना हाथ नहीं बढ़ाया।
वही इस घटना ने सभी को यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि पर्यावरण संतुलन बनाए रखने के लिए हमें कितनी सावधानी बरतनी चाहिए। गर्मी से हो रही इस तरह की मौतें हमें चेतावनी देती है कि हमें अपने प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण और संवर्धन खुद करना होगा।
विनती है चमगादड़ों के लिए पानी की व्यवस्था जरूर करें
इस घटना पर एडिटर क्वेरी यह है कि मूक़दर्शक बने हम चमगादड़ों की मौत का तमाशा देखते रहें। इस पर किसी प्रकार की पहल नहीं होना, कितनी शर्मनाक वाक्या है। ‘वर्ल्ड वाइज न्यूज’ पाठक टोला के सज्जन निवासियों से विनती करता है कि मौसमी कहर का शिकार हो रहे चमगादड़ों के लिए वहां पानी की व्यवस्था जरूर करें। हम मानव होने का अपना फर्ज और धर्म निभाएं। जहां तक संभव हो सके निरीह प्राणी का जीवन सुरक्षित करने में अपनी भूमिका निभाएं।
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