रायपुर। छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिला में हुए हादसे में मारे गए 19 लोगों के शवों का आज मंगलवार को सुबह अंतिम संस्कार कर दिया गया है। 17 लोगों का तो एक साथ अंतिम संस्कार किया गया। वहीं, दो महिलाओं के शवों का अंतिम संस्कार उनकी ससुराल में किया गया है।सुबह सेमरहा गांव से एक साथ 17 मजदूरों की अर्थी निकली तो पूरा गांव स्तब्ध रह गया। ग्रामीणों ने नम आंखों से मृतकों को अंतिम विदाई दी। अंतिम संस्कार में उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा भी शामिल हुए। इस हादसे को लेकर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, प्रदेश के मुख्यमंत्री और अन्य नेताओं ने शोक जताया है।
उल्लेखनीय है कि कवर्धा जिले के कुकदूर थाना क्षेत्र के बाहपानी में सोमवार दोपहर को हुए पिकअप हादसे में राष्ट्रपति की दत्तक संतान बैगा जनजाति के 19 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। बारह लोगों ने पिकअप से कूदकर जान बचाई। सभी मृतक ग्राम सेमहारा के रहने वाले थे, जो पिकअप से जंगल में तेंदूपत्ता तोड़ने गए थे। कई ऐसे भी लोग हैं, जो एक ही परिवार के थे।
प्रत्यक्षदर्क्षियों ने बताया है कि हादसा के वक्त पिकअप वाहन की गति तेज थी और हादसा वाहन के अनियंत्रित होने के चलते हुआ। जबकि ड्राइवर ने पुलिस को बताया है कि वाहन का ब्रेक फेल हो गया था। हादसे के वक्त वाहन नेऊर और रुकमीदादर के बीच से गुजर रहा था। घटना स्थल सुदूर वनांचल व पहाड़ी क्षेत्र में आता है। बंजारी घाटी में मोड़ के पास नई सड़क पर वाहन चालक नियंत्रण खो बैठा और सीधे नीचे पुरानी सड़क पर आ गिरा।
उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने पंडरिया जिला अस्पताल पहुंचकर घायलों का हाल चाल जाना साथ ही मृतकों के स्वजन से भी मिले। शर्मा ने पोस्टमार्टम समेत बाकी व्यवस्थाओं की जानकारी ली। डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने दुख जताते हुए कहा कि कवर्धा में मजदूरों से भरा वाहन पलटने से 19 लोगों के निधन की खबर अत्यंत पीड़ादायक है। मेरी शोक-संवेदनाएं उन सभी परिवारों के साथ हैं, जिन्होंने इस दुर्घटना में अपनों को खोया है। इसके साथ ही मैं सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। राज्य सरकार की देखरेख में स्थानीय प्रशासन पीड़ितों और उनके परिजनों की हरसंभव सहायता में जुटा है।
हादसे पर दुख जताते हुए छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि कबीरधाम जिले के ग्राम बाहपाली में तेंदूपत्ता संग्राहकों के पिकअप वाहन की सड़क दुर्घटना का समाचार पीड़ादायक है। दुर्घटना में असमय काल कलवित हुए श्रमिकों एवं बैगा आदिवासियों की आत्मा की शांति एवं घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं। शोक की इस घड़ी में हम सब की संवेदनाएं मृतकों के परिवारों के साथ हैं।
इस दुखद हादसे में मीराबाई, टीकू बाई, सिरदारी, जनियाबाई, मुंगिया बाई, झंगलो बाई, सियाबाई, पटोरीन बाई, धनैया बाई, शांति बाई, प्यारी बाई, बिस्मत बाई, लीलाबाई, परसदिया बाई, भारती, किरण, सोनम (नाबालिग), सूक्ति बाई , गुलाब सिंह ने अपनी जान गवाईं है । घायल मुन्नी बाई, धानबाई एवं ममता का शासन की देखरेख में उपचार जारी है ।
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