रांची। सोमवार को झारखंड विधानसभा सत्र के प्रथम दिन झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (जेएलकेएम) के नेता और डुमरी विधानसभा से विधायक जयराम महतो आज अलग अंदाज में सदन पहुंचे। उन्होंने अपने इस अंदाज से सभी लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर लिया है। विधानसभा में प्रवेश से पहले जयराम अपनी घुटनों के बल बैठें उसके बाद सदन की चौखट पर माथा टेका और उसके बाद सदन में प्रवेश किए।
विधानसभा में टाइगर जयराम ने अपने अनोखे अंदाज से चर्चा में है। विधायक जयराम ने शपथ के दौरान उन्होंने कहा कि ‘मैं जयराम महतो किरिया खाता हूं..’ खोरठा भाषा में उन्होंने पूरी शपथ ली।
सदन में प्रवेश से पहले मीडिया को दिए बाइट में उन्होंने कहा कि लाल किला के मचान का आशय लोकतंत्र के मंदिर से है, लोकसभा और विधानसभा से है। यहां देश के करोड़ों किसानों की आस्था जुड़ी है। उन्होंने आगे कहा कि हम किसी भी धार्मिक स्थल में जाते हैं तो जूता-चप्पल उतार कर पूरी आस्था के साथ अंदर प्रवेश करते हैं।
उन्होंने आगे कहा लोकतंत्र का ये मंदिर भी किसी धार्मिक स्थल से कम नहीं है। यहां से राज्य के करोड़ों लोगों की आस्था जुड़ी हुई है। जिसमें मैं पहली बार प्रवेश करने जा रहा हूं।
कौन हैं जयराम महतो: जयराम महतो झारखंड के धनबाद जिले के मंतंद गांव के रहने वाले हैं। पिछले चार साल से भाषा, स्थानीयता और रोजगार के मुद्दों पर वो आंदोलन कर रहे हैं। उन्होंने 2023 में झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति (जेबीकेएसएस) के नाम से एक पार्टी बनाई थी, जिसे अब झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (जेएलकेएम) के रूप में जाना जाता है।
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