हजारीबाग : अब तक शहर के आसपास और ग्रामीण क्षेत्रों में हाथियों का आतंक था. लेकिन अब हजारीबाग शहर में गजराज पहुंच गए हैं. एक हाथी ने बुधवार को खीरगांव में एक छात्रा समेत तीन ग्रामीणों को अपनी चपेट में ले लिया. इनमें दो ग्रामीणों खीरगांव मैलाटांड़ निवासी दामोदर साव (66 वर्ष) और धनेश्वर साव उर्फ बाबू ( 67 वर्ष) की मौत मौके पर ही हो गई. वहीं छात्रा रिकी कुमारी गंभीर रूप से जख्मी थी. उसका इलाज आरोग्यम अस्पताल में किया जा रहा था. देर रात उसकी भी मौत हो गई. छात्रा रसूलीगंज में किराए के मकान पर अपने परिवार संग रहती थीं. उनके पिता सुरेश पंडित हैं.
इधर हाथियों के आते ही खीरगांव समेत हजारीबाग रेलवे स्टेशन के आसपास कूद, रेवाली, कुम्हारटोली आदि में अफरा-तफरी मच गई. आनन-फानन में वन विभाग की टीम पहुंची और लोगों को घरों में रहने की हिदायत देते हुए एनाउंस करने लगी. वहीं हजारीबाग-सिमरिया मार्ग की नाकेबंदी कर दी गई. ड्रोन से हाथियों पर नजर रखी जाने लगी. लोग घरों में कैद हो गए. उस रूट में चलनेवाले सभी वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई. उनके रूट डायवर्ट कर दिए गए. हाथियों के आतंक से शहरवासियों और आसपास के ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है.
चिंतित हैं जिला प्रशासन और वन विभाग के अधिकारी
हाथियों के शहर में प्रवेश करने की सूचना मिलने के बाद जिला प्रशासन वन विभाग की टीम उन्हें इलाके से निकालने की कोशिश में लगी हुई है. साथ ही लोगों की सुरक्षा के लिए जिला प्रशासन और वन विभाग के अधिकारी चिंतित हैं. आम लोगों से अपील की जा रही कि वे सतर्क रहें. साथ ही स्थानीय लोगों को सूचना भी दी जा रही है कि सड़क पर भीड़ नहीं लगाएं. प्रशासन की ओर से ड्रोन कैमरा भी मंगाया गया है ताकि हाथियों पर नजर रखी जा सके और यह पता लगाया जा सके कि हाथियों की संख्या कितनी है. जानकारी के अनुसार जिस जगह हाथी उत्पात मचा रहे थे, वहां एक-दो अन्य व्यक्ति भी फंसे हुए थे. ऐसे में उन लोगों का रेस्क्यू किया जा सके, इसके लिए ड्रोन कैमरे की मदद ली जा रही थी.
झुंड से बिछड़ गया एक हाथी और मचाने लगा उत्पात
जानकारी के अनुसार हाथियों के दल से बिछड़ कर एक अकेला हाथी खीरगांव के रास्ते शहर में प्रवेश किया और मुक्तिधाम स्थित काली मंदिर के समीप खेत में काम कर रहे दो वृद्ध को उठाकर पटक दिया. एक बच्ची को भी घायल कर दिया. हाथी अब भी मैलाटांड़ के पास एक खेत में मौजूद है. लोग हाथी के डर से भयभीत हैं और सड़कों पर उतर आए हैं.
हाथी को तंग नहीं करें अन्यथा बड़ी मुसीबत हो सकती है : एसीएफ
जानकारी मिलने के बाद एसीएफ एके परमान भी घटनास्थल पर पहुंचे और स्थिति की जानकारी ली. साथ ही उन्होंने आम लोगों से अपील की है कि हाथी को तंग नहीं करें अन्यथा बड़ी मुसीबत हो सकती है. दूसरी ओर दो थाना प्रभारी भी घटनास्थल पर मौजूद थे. अतिरिक्त सुरक्षा बलों को भी तैनात किया गया है.
मुआवजा राशि देने की मांग
सदर विधायक मनीष जायसवाल के मीडिया प्रभारी रंजन चौधरी ने बताया कि घटना को लेकर वन विभाग के पश्चिमी डीएफओ सबा आलम से बात की और तत्काल मतवाला हाथी को सुरक्षित शहर से बाहर निकालने और मृतकों के परिजनों को तत्काल मुआवजा राशि देने का आग्रह किया. डीएफओ ने उन्हें बताया कि मृतकों के परिजनों को तत्काल कुछ राशि मुआवजा के रूप में दे दिया गया है. बाकी मुआवजा भी जल्द दिया जाएगा.
शाम में यशवंतनगर पहुंचा हाथी
शाम ढलते-ढलते आतंक मचानेवाला हाथी यशवंतनगर पहुंच गया. डीएफओ ने आश्वस्त किया कि हाथी भगाओ दस्ता उसे जंगल की ओर खदेड़ देगा.
जंगलों पर गलत तरीके से इंसानों के बढ़ते दबाव का यह नतीजा : सीटू
हजारीबाग : हजारीबाग शहर के मैलाटांड़ में खीरगांव निवासी दामोदर साव और धनेश्वर साव की मौत हाथी के हमले में हो गई. विकास के नाम पर बेतरतीब तरीके से जंगलों के कटने के कारण जंगल सिकुड़ते जा रहे हैं और इसमें इंसानों का दखल लगातार बढ़ने के कारण हाथियों का कॉरिडोर लगातार बर्बाद हो रहा है. इस कारण हाथी भटक कर आबादी की ओर चले जाते हैं, जिससे जानमाल दोनों का नुकसान हो रहा है. इस पर वन विभाग की चुप्पी बहुत खतरनाक है. वन विभाग की इस चुप्पी की पार्टी जिला कमिटी कड़ी निंदा करती है और मृतकों को 10-10 लाख मुआवजा और एक-एक सरकारी नौकरी और घायल को एक लाख रुपए मुआवजा और सरकारी खर्च पर बेहतर इलाज करवाने की मांग राज्य सरकार से करती है.
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