जमशेदपुर। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने घाटशिला के दाहीगोड़ा में बुधवार काे झामुमो प्रत्याशी और मंत्री रामदास सोरेन के पक्ष में चुनावी सभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि भाजपा झारखंडी नेताओं को खरीदती है, जो नहीं बिकते उनके पीछे ईडी और सीबीआई छोड़ देती है। फिर भी बात नहीं बनती है तो जेल में डाल देती है। उन्होंने झारखंड का एक लाख 36 हजार करोड़ बकाया मांगा तो जेल में डाल दिया।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि भाजपा वाले उन्हें जमीन घोटाले का आरोपी बताते हैं लेकिन वे तो ठहरे खतियानी आदमी। वे क्या जमीन लूटेंगे? लूट तो रहे 18 साल से झारखंड को बाहरी लोग। 18 साल में जो भाजपा नहीं कर पायी, उसे उन्होंने महज तीन साल में किया है। दो साल तो कोरोना काल में ही चला गया।
हेमंत सोरेन ने कहा कि उनके द्वारा लागू की गयी योजनाओं की पोस्ट डालें तो भाजपाई दब जाएंगे। महिलाओं को उन्होंने सम्मान देने का काम किया है। झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के तहत महिलाओं के खाते में हर महीने 1000 रुपये भेजे जा रहे हैं। दिसंबर से 2500 रुपये भेजे जाएंगे। चुनाव जीतकर फिर आया तो महिलाओं को साल में एक लाख रुपए देंगे। किसानों का दो लाख तक कृषि ऋण माफ किया गया है। गरीबों का 200 यूनिट तक बिजली बिल माफ किया गया है।
उन्हाेंने कहा कि घाटशिला के बंद ताम्र खदानों को खोलने का सरकार पूरजोर कोशिश कर रही है। रामदास सोरेन ने लगातार बंद खदानों पर उनसे बात की। हाल में दो खदानों को लीज दिया गया है। दोबारा सरकार बनी तो और बंद खदानें खुलेंगी और मजदूरों को रोजगार मिलेगा. चुनाव आयोग झारखंड में समय से पहले चुनाव करा रहा है। कोल्हान में झामुमो मजबूत था, है और रहेगा। आप लोग भारी मतों से रामदास सोरेन को जीत दिलाकर फिर विधानसभा भेजें।
उन्हाेंने कहा कि 2000 में अलग राज्य मिल गया। हमने जो सोचा था कि राज्य मिल जायेगा तो सब ठीक हो जायेगा लेकिन ऐसा हुआ नहीं। कहा, अलग राज के लिए शहीद निर्मल महतो, शिबू सोरेन जैसे नेताओं ने अपना बचपन और जवानी सब न्योछावर किया। हमारे नेता शहीद होते थे और भाजपा के नेता विधायक और सांसद बनते थे। लड़कर झारखंड तो हमने लिया लेकिन सत्ता पर काबिज हो गये बीजेपी के लोग। इस राज्य में बीजेपी ने 20 साल तक ऐसा राज चलाया कि हाथ में लोग राशन कार्ड लेकर, इधर उधर भागते हुए मर गये। भूख से मौत किसी राज के लिए अभिशाप की तरह होती है।
हेमंत ने कहा कि 2019 में हमने गठबंधन की सरकार बनाई है। इसके लिए भी बहुत संघर्ष हुए हैं। सरकार बनाते ही हमारे सामने कोरोना की चुनौती आ गयी। राज्य की गरीबी के बावजूद हमने इस स्थिति का सामना किया। हमने अपने मजदूर भाइयों को देश औऱ विदेश तक से एयर लिफ्ट करके राज्य में बुलाया। ऐसी हालत में भी हमने एक भी आदमी को भूख से मरने नहीं दिया।
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