बोकारो। बोकारो के पेटरवार प्रखंड के दारिद पंचायत में मकान तोड़े जाने से आहत एक 68 वर्षीय बुजुर्ग महिला ने आत्मदाह कर लिया। उसे गंभीर अवस्था में पेटरवार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। वह 90 फीसदी झुलस गई थी। घटना की सूचना के बाद बेरमो एसडीएम अशोक कुमार और कई थाना क्षेत्रों की पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
जानकारी के मुताबिक भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत बन रही रांची-बोकारो सड़क को लेकर पुलिस प्रशासन की टीम अतिक्रमण हटाने गई थी। तभी बुजुर्ग महिला ने अपने आप को स्कूल में बने एक कमरे में बंद कर इस घटना को अंजाम दिया। पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से उसे दरवाजा तोड़कर बाहर निकाला और अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
संस्थान से जुड़ी साध्वी स्कूल की देखरेख करती थी। भारतमाला प्रोजेक्ट के लिए रांची बोकारो फोरलेन सड़क निर्माण के लिए उस जमीन को चिन्हित किया गया है। बताया जा रहा है कि भू-अर्जन विभाग के द्वारा उक्त जमीन के लिए चार करोड़ रुपये की मुआवजा राशि भी आवंटित की गई है लेकिन संस्था और जमीन कब्जेदार के बीच हो रहे विवाद के कारण अभी तक मुआवजा राशि नहीं मिल सकी है।
सड़क निर्माण भी अधर में लटका हुआ है। एनएचएआई की टीम मंगलवार काे स्थानीय प्रशासन को लेकर संबंधित कब्जेदार को समझाने गई थी। इसी दौरान एक महिला ने इस घटना को अंजाम दिया। बेरमो एसडीएम अशोक कुमार ने बताया कि सड़क निर्माण में मुआवजा राशि देने के लिए प्रशासन दो सालों से कोशिश कर रही है लेकिन दो गुटों के आपसी वर्चस्व की लड़ाई में अब तक मामला उलझा हुआ है। मंगलवार काे प्रशासन और एनएचएआई की टीम मामला को सुलझाने के लिए गई थी, जो भी आरोप लगाया जा रहा है वो बिल्कुल निराधार है। दबाव बनाने के लिए महिला ने यह काम किया है।
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