रांची। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने हजारीबाग के कोयला कारोबारी इजहार अंसारी को गिरफ्तार करने के बाद बुधवार को ईडी कोर्ट में पेश किया। ईडी ने कोर्ट से इजहार अंसारी को पूछताछ के लिए रिमांड पर देने का आग्रह किया। इस पर कोर्ट ने इजहार अंसारी से पूछताछ के लिए ईडी को छह दिनों की रिमांड प्रदान की है।
इससे पूर्व प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 71 करोड़ रुपये के कोल लिंकेज की हेराफेरी के आरोपित कोयला व्यापारी इजहार अंसारी को मंगलवार शाम गिरफ्तार किया था। समन किये जाने के बावजूद वह पूछताछ के लिए ईडी के समक्ष हाजिर नहीं हो रहा था। ईडी ने 16 जनवरी को हजारीबाग स्थित इजहार के आवास और फैक्टरी पर छापेमारी कर उसे हिरासत में ले लिया। ईडी की टीम ने उसके करीबी रिश्तेदार इश्तियाक के रामगढ़ स्थित घर पर भी छापेमारी की लेकिन वह घर पर नहीं मिला था।
ईडी ने मनरेगा घोटाले को लेकर की गयी छापेमारी के दौरान निलंबित आईएएस पूजा सिंघल के सीए सुमन कुमार का मोबाइल जब्त किया था। इस मोबाइल फोन से मिले तथ्य के आधार पर ईडी ने इजहार अंसारी के घर पर मार्च, 2023 में भी छापेमारी की थी। इस दौरान उसके घर से तीन करोड़ से अधिक जब्त किये गये थे।
इजहार पूजा सिंघल का करीबी बताया जाता है। इजहार ने 13 कंपनियां बना रखी थीं। इनमें अधिकांश का निदेशक वह खुद था जबकि कुछ कंपनियों में अपने बेटे नाजिर के अलावा अपने करीबी रिश्तेदार इश्तियाक और तजमुल को निदेशक बना रखा था। जांच में पाया गया कि खान विभाग की अनुशंसा पर वर्ष 2019 में इजहार की नौ कंपनियों को 14072.70 एमटी जबकि 2020-21 में सिर्फ तीन कंपनियों को कोल लिंकेज मिला था। जांच में ईडी को पता चला कि अंसारी ने 71 करोड़ का पीएलसी कोयला वाराणसी और धनबाद बेचकर अपने 13 कंपनियों को फायदा पहुंचाया है।
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