रांची : साइबर अपराधियों ने बदलते वक्त के साथ- साथ धोखाधड़ी का तरीका भी बदल दिया है। प्राइवेट कंपनियों के साथ- साथ अब सरकारी योजनाओं का नाम लेकर भी धोखाधड़ी करन लगे हैं। साइबर अपराधियों ने देवघर डीएसओ की आइडी हैक कर ली और इसके बाद बीएसओ आइडी बनायी और इसकी मदद से लगभग 2500 राशन कार्ड बना लिए।
कई जिलों में आये इसी तरह के मामले
इस घटना के खुलासे के बाद इस तरह के कई मामले दूसरे जिलों से भी आ रहे हैं। अब इस मामले की जांच की जा रही है। गिरिडीह के साथ – साथ जिस राज्य में इस धोखाधड़ी के मामले सामने आये हैं उसमें हजारीबाग शामिल हैं। हजारीबाग के डीएसओ का आइडी हैक कर भारी मात्रा में ग्रीन राशन कार्ड को प्राथमिकता हाउस होल्ड (पीएचएच) कार्ड में बदला गया था। दिया है। राज्य मुख्यालय से अब समूचे जिलों के डीएसओ की आइडी पीडीएस सिस्टम के लिए बंद कर दी गयी है।
राशन कार्ड बनने की प्रक्रिया मे अब लगेगा समय
इन मामलों के सामने आने के बाद सतर्कता के तौर पर अब सभी जिलों के डीएसओ की आइडी पीडीएस सिस्टम को बंद कर दिया गया है। साइबर अपराधियों ने गिरिडीह में 2500 और हजारीबाग में 1014 ग्रीन राशन कार्ड को पीएचएच में बदला था। इस वक्त फिलहाल राज्य में पीएचएच बनना बंद है। फिलहाल राज्य भर में नया राशन कार्ड बनने का काम भी बंद कर दिया गया है। यह कब से चालू होगा तो इसमें थोड़ा समय लग सकता है, इसकी कमियों को दूर करने की कोशिश भी की जा रही है।
रात आठ बजे के बाद बने हैं राशन कार्ड
जांच में पता चला है कि ज्यादातर कार्ड रात 8 बजे के बाद बनाये गये थे। दूसरी तरफ सिर्फ शाम के 7 बजे तक ही यहां काम होता है। गढ़वा और हजारीबाग के साथ- साथ सरायकेला और जमशेदपुर में भी डीएसओ आइडी हैक कर भारी मात्रा में राशन कार्ड जारी किये गये हैं। राज्य में सभी डीएसओ को अपने स्तर से राशन कार्ड की जांच करने का आदेश दिया है। साथ ही अपने जिले की रिपोर्ट भी मांगी गयी है।