बलरामपुर, अनिल गुप्ता। रामानुजगंज के 60 वर्षों से भी पुराने श्रद्धेय बजरंग मुनि एवं उनके साथियों के उपक्रम ज्ञानयज्ञ परिवार की एक बैठक आमंत्रण धर्मशाला में रविवार को सम्पन्न हुई। रामानुजगंज के बिगड़ते सौहार्दपूर्ण गैर साम्प्रदायिक एवं अपराधविहीन वातावरण पर बजरंग मुनि ने चिंता व्यक्त करते हुए नगरवासियों की एकता के बल पर किए कामों पर चर्चा की। उन्होंने याद दिलाया कि कैसे छत्तीसगढ़ झारखंड में बढ़ते नक्सलवाद के बीच अपराधविहीन नगर घोषित किया गया। उन्होंने याद दिलाया कैसे नगर के बिगड़ते सांप्रदायिक सौहार्द के बीच कट्टरवाद को नियंत्रित कर मानवीय व्यवस्था बनाई गई। उन्होंने याद दिलाया की ज्ञानयज्ञ परिवार सदा से लोगों के सुख दुख में संवेदनापूर्ण एक मजबूत व्यवस्था के रूप में हमेशा खड़ा रहा है।
ज्ञानयज्ञ परिवार को अब तक बजरंग मुनि अपने व अपने मित्रों के आर्थिक सहयोग से चलाते आए हैं। पूरे देश में बुद्धिजीवियों और समाज के प्रति चिंता करने वाले लोगों के बीच जाने वाली पाक्षिक पत्रिका ज्ञान तत्व के सफलतापूर्वक संपादन एवं संचालन को एवं दिल्ली में चलने वाले संविधान मंथन समिति के संचालन की भी जिम्मेदारी ज्ञानयज्ञ परिवार के ही ऊपर है। समाज और देश के प्रति अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन रामानुजगंज की जनता के सहयोग से ज्ञानयज्ञ परिवार सदा करता आया है। इस “वैचारिक संतुलनवादी हिंदुत्व की प्रयोगशाला” को एक आत्मनिर्भर संस्थागत स्वरूप देने के लिए पिछले कुछ महीनों से लगातार विचार विमर्श किया जा रहा है।
रामानुजगंज नगर के समृद्धशाली इतिहास और ज्ञानयज्ञ परिवार को सहेजने के लिए मुनि जी प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने अपनी प्रत्यक्ष उपस्थिति में सितंबर माह के उत्तरार्ध में रामानुजगंज नगर के प्रत्येक वार्ड में सामूहिक यज्ञ करने की घोषणा की। इसी के साथ आगे ज्ञानयज्ञ परिवार की होने वाली मासिक बैठक एक स्थान पर ना होकर अलग-अलग वार्डों में सामूहिक यज्ञ के साथ किए जाने पर सभी सदस्यों ने सहमती व्यक्त की। बजरंग मुनि जी ने रामानुजगंज के नागरिकों से ज्ञानयज्ञ परिवार का सदस्य बनने का अपील भी किया है।

बैठक में मोहन गुप्ता, रामसेवक गुप्ता, विमलेश सिन्हा, बजरंग गुप्ता, मनीष अग्रवाल, अजय गुप्ता, रमेश गुप्ता, प्रमोद केसरी, शंकर केसरी, रमेश गुप्ता, अजय गुप्ता, रमेश अग्रवाल, द्वारिका पांडे, सुनील केसरी आदि उपस्थित रहे।
