रामगढ़ : रामगढ़ विधायक ममता देवी की सदस्यता जाने के बाद इस सीट के लिए चुनावी तपिश बढ़ने लगी है। इस सीट पर कौन – कौन सी पार्टियां अपना उम्मीदवार उतारेंगी इसे लेकर भी राजनीति तेज है पार्टी के सभी वरिष्ठ नेता उम्मीदवार के सवाल पर एक सूर में कहते हैं पार्टी फैसला लेगी, बैठक के बाद ही नाम तय किये जा सकेंगे। पूर्व विधायक ममता देवी की विधायकी जाने के बाद जिन नामों की चर्चा सबसे तेज है उनमें सबसे आगे हैं, ममता देवी के पति बजरंग महतो। आजसू चंद्रप्रकाश चौधरी की पत्नी सुनीता चौधरी को टिकट दे सकती है।
क्या कहते हैं पार्टी के वरिष्ठ नेता
ऐसे सवालों पर अक्सर नेता यही कहते हैं कि पार्टी बैठक में उम्मीदवार का नाम तय होगा। आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हम अपना उम्मीदवार उतारेंगे। पार्टी रामगढ़ में मजबूत स्थिति में है हालांकि इसका आधिकारिक ऐलान बैठक के बाद होगा। कांग्रेस के प्रवक्ता आलोग दुबे कहते हैं हमारी पार्टी कोई छोटी पार्टी तो हैं नहीं कि कहीं भी फैसला ले लिया यह केंद्रीय नेतृत्व तय करेगा हालांकि ममता देवी के पति मजबूत स्थिति में हैं। वह संगठन में सक्रिय भूमिका में हैं और उन्हें इस सीट पर दावा करने का हक भी है।
आजसू भाजपा होगी साथ या..
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कहा, अभी यह तय करने में वक्त लगेगा कि कौन उम्मीदवार होगा। क्या आजसू के साथ मिलकर भाजपा साझा उम्मीदवार निकालेगी इस पर दीपक प्रकाश ने कहा, हमने अभी इस पर कुछ भी तय नहीं किया, जब सुदेश महतो के बयान का जिक्र करते हुए सवाल किया गया कि सुदेश महतो का दावा है कि पार्टी की स्थिति वहां मजबूत है हमारे पास वहां चेहरे हैं, इस पर दीपक प्रकाश ने कहा, हमारी पार्टी ही हमारा चेहरा है हालांकि आजसू इस सीट पर दावा कर रही है लेकिन इस पर अब तक कुछ भी तय नहीं किया गया है।
पूरा विश्वास है पार्टी मुझे मौका देगी
बजरंग महतो ने फोन पर हुई बतचीत में कहा कि पार्टी जो भी तय करेगी हमें मजूर होगा। आप क्या खुद को एक प्रतिनिधि के तौर पर जानते के सामने पेश कर हे हैं, इस सवाल पर उन्होंने कहा कि चुकि मैं पार्टी को इलाके में मजबूत कर रहा हूं और काम कर रहा हूं तो जनता तो इसी भरोसे से देखती है कि मैं उम्मीदवार हूं। मेरी पत्नी किसी भ्रष्टाचार के आरोप में जेल नहीं गयी वह आंदोलन की वजह से जेल में है इसलिए मुझे भरोसा है कि पार्टी मुझे मौका देगी।
बच्चे को गोद में लेकर करूंगा प्रचार
ममता देवी की एक छोटी बच्ची है उनके जेल जाने के बाद उसकी कौन देखभाल कर रहा है, इस सवाल पर बजरंग ने कहा, मैं देखभाल करता हूं और परिवार में दूसरे सदस्य भी हैं । जब उनसे पूछा गया कि आप चुनाव प्रचार में व्यस्त रहेंगे तो आप देखभाल कैसे कर पायेंगे इस पर उन्होंने कहा, मैं अपने बच्चे को साथ लेकर चुनाव प्रचार करूंगा। मेरी लड़ाई में वही मेरे साथ ही, उन्हें इस लड़ाई से क्यों दूर रखना मैं उसे साथ लेकर रैलियों में जाऊंगा।
अब तक क्या रहा है गणित
साल 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में यूपीए गठबंधन की उम्मीदवार ममता देवी ने 99,944 वोट मिले थे। दूसरे स्थान पर आजसू पार्टी की उम्मीदवार सुनीता चौधरी 71,226 मत प्राप्त की थी। तीसरे स्थान पर भाजपा के प्रत्याशी रणंजय कुमार उर्फ कुंटू बाबू ने 31,874 मत प्राप्त किये थे। साल 2019 के विधानसभा चुनाव में आजसू और भाजपा का गठबंधन नहीं था. इस बार संभावना जतायी जा रही है को दोनों पार्टियां साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी।
21 साल बाद रामगढ़ में उपचुनाव
रामगढ़ विधानसभा सीट में 21 साल के बाद उपचुनाव होगा। साल 2000 में सीपीआई के शब्बीर अहमद कुरैशी उर्फ भेड़ा सिंह के निधन के बाद उप चुनाव हुआ था। साल 2000 में सीपीआई के शब्बीर अहमद कुरैशी उर्फ भेड़ा सिंह ने रामगढ़ विधानसभा में भाजपा के शंकर चौधरी को हराकर जीत हासिल की थी, लेकिन कुछ ही माह के अंतराल में शब्बीर अहमद कुरैशी उर्फ भेड़ा सिंह की आकस्मिक मौत हो गयी थी। बाबूलाल मरांडी ने झारखंड के किसी भी विधानसभा से जीत हासिल नहीं किये थे, लेकिन शब्बीर अहमद कुरैशी उर्फ भेड़ा सिंह के निधन के बाद रामगढ़ विधानसभा का सीट खाली हुआ था. इसके बाद फरवरी, 2001 में यहां झारखंड का पहला उपचुनाव हुआ था. जिसमें बाबूलाल मरांडी ने स्वर्गीय भेड़ा सिंह की पत्नी नादरा बेगम को हराकर जीत हासिल की थी.