हजारीबाग : डीसी नैंसी सहाय ने बुधवार को ‘सब पढ़े सब बढ़े’ कार्यक्रम में बच्चों को मोटिवेट किया. उन्होंने काउंसिलिंग सेशन में बतौर संसाधिका बच्चों की शिक्षा के विकास के लिए कई टिप्स दिए. उन्होंने अपनी सक्सेस जर्नी की कहानी बताई. डीसी ने बच्चों को बताया कि सिविल सर्विसेज एग्जाम के बारे में मिथ्या में नहीं रहें. इसमें कोई दो राय नहीं कि यह भारत की कठिनतम परीक्षाओं में से एक है, लेकिन जीवन में कुछ भी असंभव नहीं है. अगर जरूरी है, तो केवल ईमानदार प्रयास किया, जो आपको लक्ष्य तक निश्चित पहुंचाती है.
डीसी ने कहा कि आप अपना मूल्यांकन स्वयं करें और अपने स्ट्रैंथ और विकनेस को पहचान कर रणनीति बनाएं, अगर आप ऐसा करते हैं तो सफलता जरूर मिलेगी.
उन्होंने बच्चों को नियमित रूप से समाचार पत्र पढ़ने पर भी बल दिया. बच्चों के सवालों का जवाब देते हुए डीसी ने कहा कि सिविल सर्विसेज की तैयारी के लिए समयबद्ध तरीके से तैयारी करें और अपने शिक्षक और अभिभावक के प्रति सम्मान का भाव रखें, जो आपको गिरकर उठने में मदद करते हैं.
इस अवसर पर प्रशिक्षु आईएएस शताब्दी मजूमदार ने भी बच्चों के प्रश्नों का माकूल जवाब देकर उन्हें प्रेरित किया. उन्होंने बच्चों को बताया कि सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता है और ऑनेस्ट लेबर का रिवार्ड जरूर मिलता है.
इस अवसर पर कार्यक्रम समन्वयक डीएवी के प्राचार्य अशोक कुमार ने बच्चों को संबोधित करते हुए यह कहा कि असफलता से हमें घबराना नहीं चाहिए, बल्कि कमियों से सीख लेकर सफलता के लिए पुनः प्रयास करना चाहिए.
यह कार्यक्रम स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग झारखंड सरकार के तत्वावधान में शिक्षा का अधिकार एवं सर्व शिक्षा अभियान को गति प्रदान करने के लिए हजारीबाग जिले के सरकारी विद्यालयों के नौवीं से 12वीं कक्षा तक के छात्र एवं छात्राओं के लिए शैक्षणिक परामर्श सत्र का आयोजन जिला स्कूल हजारीबाग के सभागार में किया गया.
कार्यक्रम में प्रश्न पूछने वाले छात्रों को समरीटन संस्था की ओर से पुरस्कृत भी किया गया. यह संस्था सामाजिक दायित्वों के तहत पिछड़ी जाति बालिका विद्यालय मटवारी के बच्चों को पढ़ाना, बिरहोर बच्चों के कल्याणार्थ कार्य करना आदि पूर्व से करती आ रही है. कार्यक्रम में डीइओ उपेंद्र नारायण, डीएसई संतोष गुप्ता, हिंदू प्लस टू उच्च विद्यालय के प्राचार्य डॉ रमेश कुमार सिंह, जिला स्कूल के प्राचार्य डॉ विजय कुमार सिंह सहित जिले के विभिन्न सरकारी विद्यालयों के शिक्षक-शिक्षिकाएं और बच्चे उपस्थित थे. कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ.