रांची। दक्षिण पूर्व रेलवे मेंस कांग्रेस, रांची मंडल (रांची, हटिया एवं मुरी शाखा) की वार्षिक आम बैठक 12 नवंबर को रेलवे इंस्टीट्यूट, हटिया में उत्साह और जोश के माहौल में संपन्न हुई। बड़ी संख्या में शामिल रेलकर्मियों ने मंच से अपने अधिकारों और लंबित मांगों को जोरदार तरीके से उठाया। बैठक में रेलकर्मियों की एकजुटता और संगठन की मजबूती का अद्भुत प्रदर्शन देखने को मिला।
कार्यक्रम में केंद्रीय संयुक्त महासचिव सह चुनाव पर्यवेक्षक संजय लाल और महामंत्री एन. एल. कुमार विशेष रूप से उपस्थित रहे। बैठक का संचालन मंडल समन्वयक प्रियदर्शी तिवारी ने किया। इस अवसर पर कई गणमान्य अतिथि मौजूद रहे, जिनमें चक्रधरपुर मंडल समन्वयक आर. के. पांडेय, आद्रा के उपमंडल समन्वयक राजन उपाध्याय, केंद्रीय अपर संयुक्त महासचिव मनोज कुमार यादव, रिटायर्ड फेडरेशन के केंद्रीय उपाध्यक्ष जगजीत सिंह बहल, एससी-एसटी एसोसिएशन के मंडल अध्यक्ष सूचित राम और सचिव बिनोद उरांव शामिल रहे।

बैठक में रेलकर्मियों के हितों और अधिकारों से जुड़े अनेक अहम मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई। प्रतिनिधियों ने सरकार और रेलवे प्रशासन से पुरानी पेंशन योजना (OPS) को पुनः लागू करने, रेलवे में जारी निजीकरण की प्रक्रिया को रोकने, जोनल JPO को मंडल स्तर पर लागू करने तथा बकाया चिल्ड्रन एजुकेशन भत्ता, आवासीय भत्ता, ओवरटाइम और यात्रा भत्ता का शीघ्र भुगतान सुनिश्चित करने की मांग की। साथ ही S&T विभाग के कर्मचारियों की ड्यूटी को HOER नियमों के तहत निर्धारित करने, LDCE परीक्षा को “ओपन टू ऑल” बनाने और ट्रैक मेंटेनर की नाइट पेट्रोलिंग दूरी को कम करने जैसे मुद्दों पर भी जोरदार तरीके से चर्चा की गई।
बैठक के दौरान हटिया और रांची शाखा की नई कमिटियों का गठन भी किया गया। हटिया शाखा से बरिया कच्छप अध्यक्ष और मनोज कुमार राय सचिव चुने गए, जबकि रांची शाखा से संत कुमार अध्यक्ष और पंकज कुमार सिंह सचिव के रूप में चयनित हुए। इसके अलावा अन्य पदाधिकारियों में राजू चौबे, पवन कुमार सिंह, सिद्धार्थ कुमार, अमित कुमार मंडल, अनूप कुमार सिंह, अजय कुमार तिवारी, बिनोद कुमार, रूपेंद्र पासवान, राजीव राय, रंगनाथ सिंह, सच्चितानंद शर्मा, बैद्यनाथ मंडल, बिरसा उरांव, सुभाष कुमार, राज किशोर महतो, पप्पू कुमार, नीरज झा, रूपक कुमार सिंह, सूरज कुमार और दिनेश कुमार यादव को शामिल किया गया।
दोनों शाखाओं के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित यह बैठक रेलकर्मियों के बीच ऊर्जा और सकारात्मकता का संचार करने वाली साबित हुई। अंत में सभी उपस्थित सदस्यों ने एक स्वर में संकल्प लिया कि वे रेलकर्मियों के अधिकारों, हितों और सम्मान की रक्षा के लिए संघर्ष को और मजबूत करेंगे। यह आमसभा न केवल संगठन की एकजुटता और मनोबल का प्रतीक बनी, बल्कि कर्मचारियों की आवाज को और बुलंद करने वाला ऐतिहासिक मंच भी साबित हुई।

