बलरामपुर। 14 जनवरी से मकर संक्रांति पर्व के अवसर पर तीन दिवसीय तातापानी महोत्सव का शुभारंभ सीएम विष्णुदेव साय और कैबिनेट मंत्री रामविचार नेताम की उपस्थिति में हुई थीं। बीते गुरुवार को तीन दिवसीय महोत्सव का अक्षरा सिंह की प्रस्तुति के बाद समापन हुआ। तातापानी महोत्सव में जिले के स्थानीय कलाकारों मंच नहीं मिलने पर रामानुजगंज के स्थानीय कलाकार आक्रोशित है। उन्होंने एसडीएम के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा है।
ज्ञापन के अनुसार, तातापानी महोत्सव में जिला प्रशासन के द्वारा अपने मनमाने ढंग से कार्यक्रम में क्षेत्रीय कलाकारों को अनदेखा करते हुए सिर्फ बाहरी कलाकारों को मंच दिया गया। जिसमें भोजपुरी की अश्लील कलाकार को बुलाकर धार्मिक भावनाओं को आहत किया गया है। तातापानी महोत्सव भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है।
स्थानीय कलाकार पवन पांडेय ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान बताया कि छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध पर्यटन और धार्मिक स्थल तातापानी में हर वर्ष भव्य मेला का आयोजन होता है। महोत्सव में कई बार प्रयास के बावजूद क्षेत्रीय कलाकारों को नजरअंदाज और अपमानित किया जाता है।
आगे उन्होंने कहा कि सूचना मिली है कि तातापानी महोत्सव में खूब भ्रष्टाचार होता है। कलाकारों को इस लिए बुलाया जाता है कि उनकी भ्रष्टाचार छिप सके। क्षेत्रीय कलाकारों को मंच न देना और अश्लील कलाकारों को हिन्दू धार्मिक स्थल पर बुलाकर हिंदुओं की आस्था से खिलवाड़ करना इसी मुद्दे को लेकर हम क्षेत्रीय कलाकार आक्रोशित है और अनुमंडल दंडाधिकारी महोदय को ज्ञापन देने पहुंचे है।
मौके पर पवन पांडेय, चुलबुल पांडेय, विकास कुशवाहा, आनंद मिश्रा, अंजय कुमार, आकाश तिवारी, अविनाश कु. मेहता, राजकुमार यादव मौजूद रहे।
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