पलामू। मैट्रिक और इंटर की परीक्षा छह फरवरी से प्रारंभ हो रहे है। परीक्षाओं को कदाचार व शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के उद्देश्य से शनिवार को उपायुक्त शशि रंजन की अध्यक्षता में समाहरणालय में बैठक हुई। उपायुक्त ने परीक्षा के लिए जिले में बनाए गए 108 परीक्षा केंद्रों की जानकारी ली।
प्रभारी शिक्षा पदाधिकारी सह जिला शिक्षा अधीक्षक मनोज कुमार ने बताया कि जिले में मैट्रिक की परीक्षा के लिये 71 एवं इंटर की परीक्षा के लिए 37 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इन परीक्षा केंद्रों पर 62909 परीक्षार्थी शामिल होंगे। मैट्रिक के 33,153 एवं इंटर के 29,756 विद्यार्थी परीक्षा देंगे। मैट्रिक की परीक्षा प्रथम पाली तो इंटर की परीक्षा द्वितीय पाली में होगी।
उपायुक्त ने स्वच्छ एवं कदाचार मुक्त परीक्षा संपन्न कराने के लिए कई दिशा-निर्देश दिये। उन्होंने परीक्षा के लिए प्रतिनियुक्त स्टैटिक एवं उड़नदस्ता दंडाधिकारियों को कई दिशा-निर्देश दिया। बैठक में उपायुक्त ने परीक्षा केंद्रों में समय पर प्रश्न पत्र एवं उत्तर पुस्तिका पहुंचाने के लिए सभी तैयारी पूर्व में ही पूरी कर लेने का निर्देश दिया।
क्या करना है, क्या नहीं करना है’ इसका रखें ध्यान: उपायुक्त
बैठक में उपायुक्त ने सभी केंद्राधीक्षक एवं वीक्षक को परीक्षा संचालन के दौरान ‘क्या करना हैष्क्या नहीं करना है’ संबंधित विषय पर विस्तारपूर्वक प्रकाश डालते हुए कहा कि परीक्षा के दौरान वीक्षकों का मोबाइल के साथ परीक्षा कक्ष में प्रवेश वर्जित होगा। सभी वीक्षक यह सुनिश्चित करें कि कोई भी परीक्षार्थी कदाचार ना करें। सभी वीक्षक का यह दायित्व होगा कि केंद्र अधीक्षक द्वारा निर्धारित सीट प्लान के अनुसार ही परीक्षार्थी को आवंटित बेंच डेस्क पर ही बैठायें। परीक्षा समाप्ति के उपरांत केंद्र अधीक्षक प्रश्नपत्र सह उत्तर पुस्तिका का रोल कोड एवं रोल नंबर उपस्थिति-अनुपस्थिति के आधार पर अपने प्राधिकृत कर्मियों द्वारा मिलन करते हुए प्राप्त करेंगे। इसी तरह उपायुक्त ने केंद्राधीक्षकों को उनके कार्यों व उनके द्वारा संपादित किए जाने वाले दायित्वों के बारे में भी विस्तार पूर्वक जानकारी दी।
उपायुक्त ने अभिभावकों व अध्यापकों से भी अपील की है कि वे विद्यार्थियों को पढ़ाई के लिए एक मैत्रीपूर्ण वातावरण दें, ताकि वे बिना किसी दबाव के पढ़ाई कर और अपना बेहतर प्रदर्शन कर सकें। उन्होंने परीक्षा में शामिल होने वाले बच्चों से तनाव मुक्त होकर परीक्षा देने की बात कही।
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