बलरामपुर, अनिल गुप्ता : महिला से एटीएम कार्ड बदलकर ठगी करने वाले 5 शातिर ठगबाजों को पुलिस ने नाकेबंदी कर तत्काल पकड़ लिया। मामला छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले के रामानुजगंज थाने का है। जानकारी के मुताबिक, नगर के एसबीआई के एटीएम से पैसा निकालने के दौरान दो ठग एटीएम से पैसा निकाल रही महिला के पीछे खड़े थे और धोखे से एटीएम बदलकर 16 हजार रुपए निकाल कर फरार हो गए।
महिला ने ठगी का एहसास होने के बाद तत्काल सूचना रामानुजगंज थाने में दी जिसके बाद एटीएम में आए आरोपियों के सीसीटीवी फुटेज खंगाल कर आरोपियों का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल किया गया जिसके बाद उनके बलरामपुर में होने की बात सामने आई तो नाकेबंदी कर 5 आरोपियों को धर दबोचा गया।
जानकारी के अनुसार 4 जुलाई को कंचननगर निवासी राखी टोप्पो रामानुजगंज एटीएम से पैसा निकालने आई थी जब वह एटीएम से पैसा निकाल रही थी तो उसके पीछे अज्ञात दो व्यक्ति खड़े थे जिनके द्वारा धोखे से उसका एटीएम बदलकर दूसरे एटीएम में जाकर 16 हजार निकाल लिया।
जिसकी तत्काल राखी द्वारा सूचना रामानुजगज थाने में दी गई। पुलिस अधीक्षक डॉ लाल उमेद सिंह के तत्कालिक निर्देश एवं मार्गदर्शन में पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज से दोनों के फोटो निकालकर इंटरनेट मीडिया में प्रसारित किए गए जिसके बाद उनके बलरामपुर होने की पुष्टि हुई आरोपियों को नाकेबंदी कर रामानुजगंज बिजली ऑफिस के पास नाके से पकड़ा गया। सभी सफेद रंग की स्विफ्ट डिजायर से आ रहे थे।
आरोपियों में राजेश कुमार पिता रामानुग्रह प्रसाद उम्र 36 वर्ष थाली बाजार थाना गोविंदपुर जिला नवादा बिहार, धर्मेंद्र कुमार पिता स्वर्गीय अर्जुन सिंह 30 वर्ष ग्राम पकरी थाना फतेहपुर बिहार, राजेश कुमार पिता रामलाल प्रसाद 36 वर्ष ग्राम सिरदला जिला नवादा बिहार, मार्कंडेय पांडे पिता लल्लन पांडे 49 वर्ष दलको थाना मझिआंव झारखंड, राज देव कुमार पिता क्षत्रिय महतो में 36 वर्ष थाना मानपुर बिहार, सभी आरोपियों के विरुद्ध धारा 420, 34 भादवी के तहत अपराध पंजीकृत कर न्यायालय पेश किया गया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
आरोपियों के द्वारा राजपुर में भी एटीएम बदलकर 5000 की ठगी की थी। आरोपियों में राजेश कुमार के विरुद्ध पूर्व में भी एटीएम बदलकर ठगी करने के विभिन्न थानों में अपराध पंजीबद्ध है। कोतवाली बलरामपुर रामानुजगंज गांधीनगर सरगुजा में अपराध पंजीबद्ध है जिसमें आरोपी पूर्व में भी जेल जा चुका है।
आरोपियों को पकड़ने में ऐसी मिली मदद : सरगुजा रेंज आईजी रामगोपाल वर्मा के द्वारा बीट प्रणाली के तहत विभिन्न व्हाट्सएप ग्रुप बनाए गए हैं आरोपियों को पकड़ने में यही व्हाट्सएप ग्रुप बहुत ही कारगर साबित हुआ। बीट प्रणाली के अंतर्गत बनाए गए विभिन्न ग्रुप में वार्ड एवं गांव के विभिन्न मुहल्लों के लोग जुड़े हुए हैं जिससे तत्काल सूचना निचले स्तर तक पहुंचा एवं सफलता मिली।