बलरामपुर, अनिल गुप्ता: जिले के सबसे बड़े शहर रामानुजगंज में 1 वर्ष से कुत्तों का झुंड मवेशी ही नहीं बच्चों व बड़ों को भी काट कर घायल किया है. इसकी चर्चा उस वक्त फैल गई जब 8 लोगों को पागल व खुनी कुत्ते ने अपना शिकार बनाया. ताज्जुब की बात तो यह है कि ऐसे खतरनाक व आवारा कुत्तों को पकड़ने में प्रशासन नाकामयाब रहा है तथा लोकेशन ना पता होने का हवाला देकर मुख दर्शक बनकर बैठे हुए है. महीनों से उनका ठिकाना पर्यटन स्थल पलटन घाट के समीप है. आंखों देखा हाल यह है कि जब जानवरो के मृत बॉडी को यूं ही फेंक दिया जाता है तो वह कुत्ते उसे अपना भोजन बना लेते हैं जैसे कि फोटो में भी देखा जा सकता है. कुछ दिन पूर्व एक गर्भवती बकरी को इन्हीं कुत्तों ने चीर दिया.
हर दो से तीन दिन में आ रहा है केस : डॉक्टर एसएस सेंगर, पशु विभाग अधिकारी
हमारे संवाददाता ने पशु विभाग अधिकारी डॉ एस एस सेंगर से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि हर 2 से 3 दिन में ऐसे केस आ रहे हैं. एवं यहां वैक्सिंग की आवश्यकता भी पड़ रही है. पिछले वर्ष छठ पूजा के दिन आठ लोगों को कुत्ता काटने की खबर आई थी जिसके बाद ही हमारे संवाददाता ने इस पर लगाम लगाने नगर पंचायत अध्यक्ष एवं मुख्य नगरपालिका अधिकारी को दूरभाष से सूचित किया था. परंतु अब तक कोई कार्यवाही नहीं की गई. आज बच्चे घर से बाहर निकलते हैं तो कहीं कुत्तों का शिकार ना हो जाए जो कि दिल दहलाने वाला ख्याल साबित होता है.
डॉग स्पॉट बनाकर कुत्तों का आतंक खत्म करेंगे: सुमित मेहता, सीएमओ
वहीं जब इस संबंध में नगर पंचायत के सीएममो सुमित मेहता से ऑफबीट के संवाददाता ने बात की तो उन्होंने बताया कि जल्द डॉग स्पॉट बनाया जाएगा, जिसमें आवारा कुत्तों को रखेंगे. जिससे कुत्तों का आतंक कम होगा.
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