चाईबासा। नक्सली और पुलिस के बीच पश्चिमी सिंहभूम के चाईबासा में एक ही दिन में दो बार मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में 5 जवान घायल हो गए। चार जवानों को एयरलिफ्ट कर रांची लाया गया है। मुठभेड़ में कई नक्सली भी घायल हैं। इलाके में अब भी सर्च अभियान जारी है।
कोल्हान जंगल के सरजोमबुरु में सुरक्षा बल और नक्सलियों के बीच पहली बार मुठभेड़ सुबह के 8 बजे हुई। फिर लगभग 11 बजे नक्सलियों ने दोबारा सुरक्षा बलों पर हमला बोल दिया। इस मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब दिया है। नक्सली पीछे हटने को मजबूर हुए हैं और कई नक्सली गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
दूसरी तरफ सुरक्षा बल के पांच जवान भी इस मुठभेड़ में घायल हुए हैं, जिनमें से चार को एयरलिफ्ट कर रांची भेजा गया है। इन्हें मेडिका अस्पताल में भर्ती किया गया है। घायल जवानों के नाम कृष्णा, सूरज कुमार, सुशील लकड़ाऔर बुध देव किशन है।
खेलगांव में बनाया गया था हेलीपैड
रांची के खेल गांव में हेलीपैड बनाया गया था।जवानों के लिए एम्बुलेंस मौके पर मौजूद थे। उन्हें तुरंत मेडिका अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सर्च अभियान के दौरान जवानों पर अचानक नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी। सुरक्षा बलों ने भी नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब दिया है। इस मुठभेड़ में कई नक्सली भी घायल हैं।
बेहद घना जंगल जहां मोबाइल नेटवर्क भी नहीं करता काम
मुठभेड़ सरजोमबुरु के घने जंगलों में हुई। जंगल इतना घना है कि इस इलाके में पहुंचने के लिए कोई रास्ता नहीं है। मोबाइल नेटवर्क तक इस इलाके में काम नहीं करता है। सेटलाइट फोन के माध्यम से फोर्स रांची के संपर्क में है। जहां मुठभेड़ हुआ है वहां घना जंगल है।सुरक्षा बल घने जंगलों में जाकर नक्सलियों को खदेड़ने में लगा है।
नक्सल इस इलाके में रहते हैं एक्टिव
नक्सल प्रभावित टोंटो और गोइलकेरा थाना क्षेत्र के बॉर्डर इलाके में एक्टिव थे। इस इलाके में माओवादी लीडर अनमोल जी का दस्ता है। इस दस्ते के साथ मोचू का दस्ता भी एक्टिव है। इसी दस्ते ने सुरक्षा बलों पर अचानक हमला किया। सुरक्षा बलों के सहयोग के लिए अतिरिक्त पुलिस बल भेज दिया गया है।
पुलिस के सीनियर अफसर भी मौके पर पहुंच कर कैंप कर रहे हैं। नक्सलियों को जंगलों से बाहर निकालने के लिए लंबे समय से अभियान जारी है। सुरक्षा बल पूरी तरह नक्सलियों के खात्मे को लेकर ऑपरेशन चला रहे हैं। सर्च अभियान के दौरान अचानक नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी।
यह सामग्री बारामद
पुलिस लंबे समय से इस इलाके में सर्च अभियान चला रही है। सर्च अभियान के दौरान कई नक्सली कैंप को ध्वस्त किया गया है। नवंबर में टोंटो थाना क्षेत्र के चिड़ियाबेड़ा जंगल से 2 फीट कॉर्डेक्स वायर, 2 मोबाइल फोन, बैटरी, नक्सल साहित्य, मलेरिया किट, सर्जिकल आइटम और दैनिक उपयोग की अन्य चीजें बरामद की गई थी। नक्सली लंबे समय से इस इलाके में बड़ी घटना को अंजाम देने के फिराक में थे। सुरक्षा बलों की पैनी नजर की वजह से नक्सलियों की कई योजना सफल नहीं हो सकी।
नक्सलियों की बड़ी साजिश हुई नाकाम
एक- दो नवंबर को बड़ी नक्सली साजिश को सुरक्षा बलों ने नाकाम कर दिया था। नक्सलियों ने चाईबासा के रेंगडा जंगल में सु जमीन के नीचे आईईडी बम प्लांट किए थे। सुरक्षाबलों ने बम को समय रहते बरामद कर लिया और डिफ्यूज कर दिया था। सर्च अभियान में सुरक्षा बल को भारी मात्रा में हथियार और जंगली इलाकों में जमीन के अंदर लगाये गये बम भी मिले हैं।