नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान लोकसभा में विपक्ष का हंगामा देखने को मिला। सदन की कार्यवाही में बाधा डालने पर सांसदों के खिलाफ एक्शन लिया गया है। आपको बता दें कि लोकसभा से 33 सांसदों को निलंबित कर दिया गया है। इनमें कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी, सौगत रॉय समेत 33 सदस्य शामिल हैं।
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी, DMK सांसद टी.आर. बालू, दयानिधि मारन और तृणमूल कांग्रेस के सौगत रॉय सहित 33 विपक्षी सदस्यों को सोमवार को लोकसभा से निलंबित कर दिया गया है।
बताया जा रहा है कि 30 सांसदों को पूरे सत्र के लिए निलंबित किया गया है, जबकि तीन को विशेषाधिकार समिति की रिपोर्ट लंबित रहने तक निलंबित कर दिया गया है। इनमें के. जयकुमार, विजय वसंत और अब्दुल खालिक शामिल हैं।
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि मुझ समेत सभी नेताओं को निलंबित कर दिया गया है। हम कई दिनों से मांग कर रहे हैं कि हमारे जिन सांसदों को पहले निलंबित किया गया था, उन्हें बहाल किया जाए और गृह मंत्री सदन में आकर बयान दें। वो रोज टीवी पर बयान देते हैं और संसद की सुरक्षा के लिए सरकार क्या कर रही है, इस पर भी उन्हें संसद में बयान देना चाहिए।
वहीं, सांसदों के निलंबन पर कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने सरकार पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि संसद में जो बुलडोजर चल रहा है, उसे पूरा देश देख सकता है। यह कुछ और नहीं बल्कि विपक्षी नेताओं को दबाने का एक तरीका है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की विफलताओं को छिपाने के लिए वे संसद में विपक्ष पर बुलडोजर चला रहे हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सबसे पहले घुसपैठियों ने संसद पर हमला किया, फिर मोदी सरकार संसद और लोकतंत्र पर हमला कर रही है। निरंकुश सरकार द्वारा 47 सांसदों को निलंबित करके सभी लोकतांत्रिक मानदंडों को कूड़ेदान में फेंक दिया जा रहा है। विपक्ष-रहित संसद के साथ, मोदी सरकार अब महत्वपूर्ण लंबित कानूनों को कुचल सकती है, किसी भी असहमति को बिना किसी बहस के कुचल सकती है।
वहीं, केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी ने विपक्षी सांसदों के रवैये पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि विपक्ष ने आज सदन में अभद्र व्यवहार किया। विपक्ष असुरक्षित महसूस कर रहा है क्योंकि उनके पास पीएम मोदी की सरकार के खिलाफ कोई एजेंडा या मुद्दा नहीं है और वे सदन को चलने नहीं दे रहे हैं। इसलिए स्पीकर ने उन्हें निलंबित कर दिया है और हमने इसका समर्थन किया है।
बता दें कि संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने लोकसभा स्पीकर के सामने निलंबन के संबंध में एक प्रस्ताव पेश किया था, जो ध्वनि मत से पारित कर दिया गया। इसके बाद सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई है।
उल्लेखनीय है कि संसद की सुरक्षा में चूक को लेकर सदन में हंगामा करने वाले 14 सांसदों पर कार्रवाई की गई थी। 13 लोकसभा और एक राज्यसभा सांसद को सदन कार्यवाही में बाधा डालने पर निलंबित किया गया था। सोमवार को लोकसभा में 33 सांसदों पर और कार्रवाई हुई है। इनमें कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी भी शामिल हैं।
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