नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष में एक अप्रैल से अब तक प्रत्यक्ष कर संग्रह में अच्छी वृद्धि रही है। वित्त मंत्रालय की ओर से शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, इस अवधि में कुल प्रत्यक्ष कर संग्रह 31 प्रतिशत बढ़कर 10.54 लाख करोड़ रुपये रहा है। मंत्रालय का कहना है कि व्यक्तिगत आयकर में वृद्धि के चलते कुल प्रत्यक्ष कर संग्रह बढ़ा है। प्रत्यक्ष कर में मुख्य तौर पर व्यक्तिगत और कारपोरेट कर शामिल है।
वित्त मंत्रालय ने दी जानकारी
वित्त मंत्रालय ने बताया कि रिफंड की कटौती के बाद एक अप्रैल से 10 नवंबर 2022 तक प्रत्यक्ष कर संग्रह 8.71 लाख करोड़ रुपये रहा है। यह बजट लक्ष्य का करीब 61 प्रतिशत है। इस अवधि में 1.83 लाख करोड़ रुपये का रिफंड जारी किया गया है। मंत्रालय के अनुसार, इस अवधि में कारपोरेट कर और व्यक्तिगत कर संग्रह में क्रमश: 22.03 प्रतिशत और 40.64 प्रतिशत की वृद्धि रही है।