रामानुजगंज, अनिल गुप्ता: बहन हो तो ऐसी, केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह की चर्चा पूरे राज्य में हो रही है. सड़क दुर्घटना में मृत नगर के वार्ड क्रमांक 5 निवासी सत्येंद्र ठाकुर को केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह अपना मुंह बोला भाई मानती थी. दोनों में भाई बहन का ऐसा संबंध था कि बहन किसी भी ऊंचाई पर रही लेकिन भाई को हमेशा मानी. सड़क दुर्घटना में मृत होने होने कि सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची एवं सतेंद्र के मृत शरीर को खुद अपने साथ लेकर देर रात रामानुजगंज पहुंची. रामानुजगंज पहुंचकर अपने पुत्र के साथ दाह संस्कार के बाद ही रामानुजनगंज से गई. वही ब्रह्मभोज कार्यक्रम में भी अपने परिवार के लोगों के साथ रविवार को सतेंद्र के यहां शामिल हुई. रेणुका सिंह के आत्मीयता एवं उदारता की चर्चा पूरे नगर में हो रही है.
गौरतलब है कि नगर के वार्ड क्रमांक 5 निवासी सतेंद्र ठाकुर गणेशपुर में स्वास्थ्य केंद्र में लैब टेक्नीशियन के पद पर पदस्थ थे. प्रतिदिन पौड़ी बचरा में रहकर बाइक से आना जाना होता था. 6 जून को गणेशपुर ड्यूटी में जा रहे थे. इसी दौरान तेज रफ्तार बाइक सवार ने सत्येंद्र को टक्कर मार दी. जिसमे सत्येंद्र की मौके पर ही मौत हो गई. खबर मिलते ही सत्येंद्र के परिजन एवं केंद्रीय गृह मंत्री रेणुका सिंह मौके पर पहुंची. शव का पोस्टमार्टम हुआ. शव के साथ खुद देर रात रामानुजगंज पहुंची. वही दाह संस्कार होने तक रामानुजगंज में अपने पुत्र के साथ रही. रविवार को सतेंद्र के ब्रह्मभोज कार्यक्रम में सम्मिलित होने पहुंची थी. सत्येंद्र के मिलनसार हंसमुख स्वभाव के कारण हर दिल अजीज था अभी भी विश्वास नहीं कर पा रहा है कि हंसता मुस्कुराता चेहरा अब नहीं रहा. ब्रह्मभोज कार्यक्रम में विधायक बृहस्पत सिंह, नगर पंचायत अध्यक्ष रमन अग्रवाल भी सम्मिलित हुए.
नहीं रुकी बहन की आंसू
सत्येंद्र के साथ किस प्रकार से केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह का भाई-बहन का अटूट रिश्ता था उसे इस बात से समझा जा सकता है कि वे लगातार सतेंद्र की पत्नी एवं परिवार के लोगों को ढांढस बांध रही थी परंतु उनके खुद आंसू के धार रुक नहीं रहे थे.
केंद्रीय मंत्री की सरलता, उदारता एवं आत्मीयता की चर्चा रही पूरे रामानुजनगंज में
जिस प्रकार से केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह ने सत्येंद्र को अपना भाई मानकर रिश्ता निभाई उनकी आत्मीयता एवं उदारता की चर्चा पूरे रामानुजगंज में हो रही है. रेणुका सिंह प्रतिदिन सत्येंद्र की विधवा पत्नी से भी मोबाइल से संपर्क में रहकर हाल-चाल लेती रही.
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