रांची। नक्सल विरोधी अभियान में सुरक्षा बलों के हाथ बड़ी सफलता लगी है। 15 लाख रुपये के इनामी हार्डकोर नक्सली नवीन यादव ने सरेंडर कर दिया। अबतक सरेंडर की आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पायी है लेकिन सूत्रों की मानें तो नक्सली ने सुरक्षा बलों के सामने आत्मसमर्पण किया है।
50 से अधिक मामले दर्ज
नक्सली की लंबे समय से तलाश की जा रही थी। नवीन यादव पर 50 से अधिक मामले दर्ज हैं। चतरा जिला के प्रतापपुर थाना क्षेत्र के बसबूटा का रहनेवाला वाला यह नक्सली कई बड़ी घटनाओं में शामिल है। नक्सली संगठन को मजबूत करने वाले नवीन यादव को लेवी की जिम्मेदारी दी गयी थी। उसने लेवी के पैसे से करोड़ों की संपत्ति अर्जित की है. इसके बाद रेड़मा में उसकी 18.5 एकड़ जमीन और चतरा के प्रतापपुर में 12.78 एकड़ जमीन जब्त कर ली गयी थी।
कई नक्सली हमलों में रही अहम भूमिका
साल 2016 में औरंगाबाद- गया की सीमा पर नक्सली हमले में कोबरा के 10 जवान शहीद हो गये थे। 2013 में लातेहार जिला के कटिया में पुलिस पर हुए हमले में भी इस नक्सली की अहम भूमिका थी। 2011 में तत्कालीन सांसद इंदर सिंह नामधारी के काफिले में हुए हमले में आठ जवान शहीद हो गये थे. इसके अलावा गढ़वा के भंडरिया में नक्सली हमले में थाना प्रभारी समेत 13 जवान शहीद हो गये थे। इन हमलों में भी नवीन शामिल था।
संगठन को मजबूत करने में थी अहम भूमिका
नक्सली कई इलाकों में सक्रिय रहा है और संगठन को मजबूत करने में उसने अहम भूमिका निभाई है। 2021 में स्पेशल ब्रांच के तत्कालीन एडीजी मुरारी लाल को जानकारी मिली थी कि नक्सली नवीन यादव पलामू, लातेहार और चतरा के ट्राइजंक्शन में बेस कैंप तैयार कर रहा है।
बूढ़ा पहाड़ में सक्रिय था नक्सली
इस सूचना के साथ कई जगहों पर छापेमारी की गयी थी। कुछ महीने पहले वह बूढ़ापहाड़ में सक्रिय था. लेकिन झारखंड पुलिस की ओर से जब सीआरपीएफ के सहयोग से बूढ़ा पहाड़ को नक्सलियों से मुक्त कर लिया गया. तब वह अपने दस्ता के साथ वहां से भागकर गारू में कैप कर रहा था ।
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