रायपुर। प्रदेश के कई जिलों में शुक्रवार से शुरू हुई बारिश से नदी-नाले उफान पर हैं। शनिवार सुबह से ही राजधानी रायपुर सहित प्रदेश के अनेक हिस्सों में बारिश हो रही है। बारिश से बांधों का जल स्तर बढ़ रहा है। रायपुर मौसम केंद्र ने तीन जिलों कोरिया, बलरामपुर और सूरजपुर में बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। कोरिया और गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में भारी से अति भारी बारिश का अलर्ट मौसम विभाग ने जारी किया है। मुंगेली, बिलासपुर, जांजगीर चांपा, रायगढ़, बीजापुर, दंतेवाड़ा, बस्तर में येलो अलर्ट है। सरगुजा संभाग के लिए व्रजपात का येलो अलर्ट भी जारी किया है।
कांकेर जिले में 10 लोगों की नदी-नाले में बहने से मौत
कांकेर जिले में बीते 15 दिनों में 10 लोगों की नदी-नाले में बहने से मौत भी हो चुकी है।बलरामपुर जिले में विगत दो दिनों से लगातार बारिश हो रही है ।कांकेर जिले के भानुप्रतापपुर विकासखंड के ग्राम रानी डोंगरी प्राथमिक शाला के बच्चे 3 किमी दूर नदी को पार कर गावड़े पारा स्कूल पढ़ने जा रहे हैं । वे अपनी जान दांव पर लगाकर स्कूल जा रहे।इस नदी पर पुल की मांग कई वर्षों से की जा रही है पर सरकार कोई सुध नहीं ले रही। पूरे बरसात के समय गावड़े पारा टापू बना रहता है।
गंगरेल बांध में 85 फीसदी पानी भर चुका
जुलाई महीने में अच्छी बारिश के बाद छत्तीसगढ़ के दूसरे बड़े डैम गंगरेल बांध में पानी अच्छी खासी मात्रा में भर चुका है। डैम में पानी ज्यादा होने के कारण पहले से ही गेट खोले जाने के निर्देश अधिकारियों ने दे दिए थे।गंगरेल बांध में 85 फीसदी पानी भर चुका है।दो अगस्त शाम करीब 5:30 बजे गंगरेल के 14 गेट खोले गए।नजारे को देखने के लिए बड़ी संख्या में आसपास के लोग भी पहुंचे। जिला प्रशासन के कई अधिकारी भी यहां पर आए। धमतरी कलेक्टर नम्रता गांधी ने बताया कि गंगरेल 84 परसेंट कैपिसिटी तक पहुंच गया है। ट्रायल किया जा रहा है कि जब 95 प्रतिशत कैपिसिटी पानी डैम में भरेंगे तो डैम के गेट ठीक से काम कर रहे हैं कि नहीं ये देखने के लिए डैम के गेट खोले गए। पानी रुद्री बैराज में रोका जा रहा है। नदी में नहीं छोड़ा जा रहा है।
शुक्रवार देर रात शुरू हुई बारिश लगातार दूसरे दिन भी जारी है। रायपुर के कई इलाकों में पानी भर गया है।जलभराव के चलते स्थानीय लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।भारी बारिश से राजधानी के रायुपर के गुढ़ियारी में रेलवे ओवर ब्रिज के नीचे दो फीट से ऊपर पानी भर गया है।प्रोफेसर कॉलोनी सहित शहर के की इलाकों में जलभराव की समस्या है। नालियों का पानी सड़कों पर आ गया है।
राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा बनाए गए राज्य स्तरीय नियंत्रण कक्ष द्वारा संकलित जानकारी के मुताबिक एक जून 2024 से 02 अगस्त सवेरे तक रिकार्ड की गई वर्षा के अनुसार बीजापुर जिले में सर्वाधिक 1435.0 मिमी और सरगुजा जिले में सबसे कम 258.8 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गयी है।अब तक राज्य में 603.8 मिमी औसत वर्षा दर्ज की जा चुकी है।
प्रदेश में एक जून से अब तक सूरजपुर जिले में 393.0 मिमी, बलरामपुर में 623.5 मिमी, जशपुर में 421.8 मिमी, कोरिया में 443.7 मिमी, मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर में 414.5 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गयी। रायपुर जिले में 521.6 मिमी, बलौदाबाजार में 663.5 मिमी, गरियाबंद में 620.9 मिमी, महासमुंद में 465.8 मिमी, धमतरी में 641.1 मिमी, बिलासपुर में 568.2 मिमी, मुंगेली में 626.6 मिमी, रायगढ़ में 488.0 मिमी, सारंगढ़-बिलाईगढ़ में 271.8 मिमी, जांजगीर-चांपा में 542.1 मिमी, सक्ती 444.2 कोरबा में 736.6 मिमी, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही में 529.0 मिमी, दुर्ग में 380.0 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गयी। कबीरधाम जिले में 483.9 मिमी, राजनांदगांव में 682.2 मिमी, मोहला-मानपुर-अंबागढ़चौकी में 811.9 मिमी, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई में 462.2 मिमी, बालोद में 758.7 मिमी, बेमेतरा में 372.0 मिमी, बस्तर में 711.6 मिमी, कोण्डागांव में 697.4 मिमी, कांकेर में 889.4 मिमी, नारायणपुर में 777.4 मिमी, दंतेवाड़ा में 830.4 मिमी और सुकमा जिले में 958.3 मिमी औसत वर्षा एक जून से अब तक रिकार्ड की गई।
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