रांची। लोकसभा में सांसद निशिकांत दुबे ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया। इस मामले पर झारखंड विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ। निंदा प्रस्ताव पास करने पर भी चर्चा हुई। झारखंड विधानसभा के दूसरे दिन विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ। प्रश्नकाल के दौरान पोड़ैयाहाट के विधायक प्रदीप यादव खड़े हुए और कहा, मुझे सूचना देनी है। इस दौरान उन्होंने लोकसभा के बयान का जिक्र किया। साथ ही सांसद पर भी गंभीर आरोप लगाए।
क्या कहा था लोकसभा में निशिकांत दुबे ने
लोकसभा में निशिकांत दुबे ने साहेबगंज में पहाड़िया जनजाति की रिबिका हत्याकांड के मामले में सवाल खड़ा किया था। निशिकांत ने कहा, मैं लगातार सदन में बांग्लादेशी घुसपैठियों ने कब्जा कर लिया है, यह झारखंड सरकार के सहयोग से हो रहा है । पहाड़िया जनजाति की एक लड़की से शादी कर ली और उसके 50 टुकड़े कर दिए और आजतक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। अगर यह हत्या मुंबई, कोलकाता, दिल्ली में मर्डर होता तो देश की मीडिया खड़ी रहती। इसके बाद निशिकांत दुबे ने अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया। महाराष्ट्र सरकार ने इस मामले में सीबीआई जांच के लिए कहा है।
विधानसभा में क्या हुआ
प्रदीप यादव ने कहा, इस वक्त विधानसभा चल रहा इस दौरान लोकसभा भी चल रहा है। लोकसभा में एक माननीय सदस्य ने झारखंड की तौहीन की है। बगैर आरोप सिद्ध हुए मुख्यमंत्री को अपशब्द कहा है। वह सदस्य जिसके रिश्ते खुद गंदे हैं उसने अपनी बहन से शादी किया है। वह सवाल खड़े कर रहा है। वह झुठा आदमी है। सदन एक निंदा प्रस्ताव पास करे और लोकसभा अध्यक्ष को भेजा जाए। ऐसे लोगों की सदस्यता जानी चाहिए। विधायक सुदिव्य सोनू ने भी सदन में खड़े होकर निंदा प्रस्ताव का समर्थन किया और कहा झारखंड की गरिमा का सवाल है बिल्कुल निंदा प्रस्ताव पास होना चाहिए महोदय। मैं प्रदीय यादव जी की मांग का समर्थन करता हूं। संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम ने कहा, सीएम पर की गयी टिप्पणी गलत है। बिल्कुल निंदा प्रस्ताव पास होना चाहिए।