रांची। राज्य में तृतीय श्रेणी के पदों पर नियुक्ति के लिए अधिकृत आयोग झारखंड कर्मचारी चयन आयोग की फर्जी वेबसाइट बना ली गई है। आयोग इस फर्जी वेबसाइट से परेशान है। इस फर्जी वेबसाइट का मामला संज्ञान में आने के बाद आयाेग ने इसकी जानकारी देते हुए अभ्यर्थियों एवं नागरिकों को सतर्क किया है। यह फर्जी वेबसाइट जेएचआरपीएसएससी डाट इन है, जिसे खोलने पर आयोग की हूबहू वेबसाइट खुल जाती है। हालांकि उसमें सूचनाएं पुरानी होती हैं।
फर्जी वेबसाइट से फैलाई जा रही भ्रामक जानकारी
आयोग के अनुसार, ऐसी सूचना मिली है कि असामाजिक तत्वों द्वारा आयोग का फर्जी एवं छद्म नामी वेबसाइट बनाकर उसके माध्यम से विभिन्न प्रकार की परीक्षाओं से संबंधित भ्रामक सूचनाओं एवं विज्ञापन का प्रकाशन किया जा रहा है। साथ ही आनलाइन आवेदन प्राप्त करने संबंधी कार्यवाही की जा रही है।
आयोग ने कहा है कि विभिन्न परीक्षा संबंधित सूचनाएं आयोग की एकमात्र अधिकृत वेबसाइट डब्ल्यूडब्लयूडब्लयू डाट जेएसएससी डाट एनआइसी डाट इन है, जिसके माध्यम से ही कोई भी सूचना प्राप्त कर सकते हैं या आनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आयोग ने यह भी कहा है कि किसी प्रकार की धोखाधड़ी का शिकार होने पर संबंधित व्यक्ति स्वयं जिम्मेदार होगा।
फर्जी बोर्ड के नाम से भी संचालित होती रहीं वेबसाइट
झारखंड में फर्जी बोर्ड झारखंड स्टेट ओपेन बोर्ड तथा झारखंड स्टेट एकेडमिक बोर्ड के नाम से भी फर्जी वेबसाइट संचालित की जाती रही है। दोनों फर्जी संस्थानों द्वारा लगातार डिग्री बांटने का मामला तब संज्ञान में आया जब स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग से कई संस्थानों से कर्मियों के नियोजन के क्रम में इनकी वैधता से संबंधित जानकारियां मांगी जाने लगी। संस्थानों को डिग्री पर संदेह होने पर विभाग से पत्राचार किया गया। इसके बाद विभाग ने दोनाें बोर्ड के फर्जी होने की जानकारी प्रकाशित की। हालांकि सर्वोच्च न्यायालय ने डा. एपीजे अब्दुल कलाम तकनीकी विश्वविद्यालय एवं अन्य के मामले में सितंबर 2020 में ही दोनों संस्थानों की वेबसाइटों को बंद करने तथा इनके संचालकों के विरुद्ध विधिसम्मत कार्रवाई करने का आदेश पारित किया था।
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