सहारनपुर: यूपी के सहारनपुर जिले से बड़ी खबर सामने आ रही है। आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) ने सहारनपुर से जिस संदिग्ध आतंकी अजहरूद्दीन को गिरफ्तार किया है। उसके पास से एक फोन और एक डायरी मिली है। अब एटीएस द्वारा एटीएस के फोन और डायरी की जांच चल रही है। अनुमान लगाया जा रहा है कि डायरी में कई राज छिपे हुए हैं। सूत्रों का कहना है कि अजहरूद्दीन को पश्चिम उत्तर प्रदेश में अपने आतंकी संगठनों से युवाओं को जोड़ने का जिम्मा सौंपा गया था। उधर, आतंकी के परिजन इस बारे में कुछ भी बोलने के लिए तैयार नहीं है। बता दें कि अजहरूद्दीन अलकायदा बर्र-ए-सगीर और उसके सहयोगी संगठन जमात-उल-मुजाहिद्दीन बांग्लादेश (जेएमबी) से जुड़ा था।
मदरसा संचालक लुकमान का रहा सहयोगी
एटीएस की जांच में सामने आया है कि 26 सितंबर 2022 में सहारनपुर से संदिग्ध आतंकी मदरसा संचालक लुकमान की गिरफ्तारी हुई थी। इसके बाद एटीएस ने शामली निवासी शहजाद, सहारनपुर निवासी कारी मुख्तार व मोहम्मद अलीम, हरिद्वार निवासी मुदस्सिर व कामिल, बांग्लादेशी नागरिक अलीनूर व झारखंड निवासी नवाजिश अंसारी को पकड़ा था। वहीं, एटीएस ने मुदस्सिर को नेपाल की सीमा से पकड़ा था। मुदस्सिर को रिमांड पर लेकर पूछताछ की गई तो उसने अपने साथी अजहरूदीन का नाम बताया। जिसके बाद अजहरूदीन को भी एटीएस ने गिरफ्तार कर लिया है।
सर्दी में हेलमेट और गर्मियों में बेचता था मच्छरदानी
सहारनपुर के कुतुबशेर थानाक्षेत्र की एकता कालोनी निवासी अहजरूद्दीन पुत्र चिरागुद्दीन सर्दियों में सड़कों पर हेलमेट बेचता था और गर्मियों में मच्छरदानी। दोनों पिता-पुत्रों का यह काम है। पिता चिरागुद्दीन का कहना है कि उसे अपने बेटे के बारे में कुछ नहीं पता है। हालांकि वह अपने बेटे को बेकसूर बता रहे हैं। उनका कहना है कि उसे भी बेटे के साथ सहारनपुर की पुलिस लाइन में तीन दिन पहले बुलाया गया था। यहां पर उसे कहा गया कि उसके बेटे को उसकी सिपुर्दगी में दे दिया जाएगा, लेकिन बाद में गिरफ्तार कर लिया गया।
यह है अजहरूदीन के परिवार की स्थिति
अजहरूद्दीन के पिता चिरागुद्दीन ने बताया कि उसके अजहरूद्दीन समेत तीन बेटे हैं। बाकी दोनों बेटे पेंट का काम करते हैं। अजहरूद्दीन ने 11वीं तक की पढ़ाई की हुई है, भाइयों की शिक्षा अधिक नहीं है। मोहल्ले के लोगों का कहना है कि अजहरूद्दीन अधिकतर फोन पर व्यस्त रहता था
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