जशपुर : जिले के कुनकुरी थाना क्षेत्र में हेवी ब्लास्टिंग से उड़े पत्थर ने एक छात्रा की जान ले ली। बुधवार शाम को मयाली पत्थर खदान में पत्थर तोड़ने के लिए ब्लास्टिंग की गई थी, लेकिन ये विस्फोट इतना तेज था कि पत्थर का एक बड़ा टुकड़ा खदान से 1 किलोमीटर दूर खड़ी एक छात्रा के सिर पर जा लगा। इससे उसके सिर के चीथड़े उड़ गए। इधर घटना की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश कलेक्टर ने दिए हैं, वहीं पत्थर खदान के मैनेजर संजीव कुमार पांडेय को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। कलेक्टर ने अभय कुमार सोनी के खदान को तत्काल बंद करने के निर्देश दिए हैं।
जानकारी के अनुसार, जिले के कुनकुरी थाना क्षेत्र के प्रसिद्व पर्यटन स्थल मयाली में स्थित एक पत्थर खदान में बुधवार शाम 4.30 बजे पत्थर तोड़ने के लिए बारूदी विस्फोट किया जा रहा था। इसी दौरान अपनी सहेली से मिलकर घर की ओर वापस लौट रही ग्राम खटंगा निवासी केसरी बाई (18 वर्ष) के सिर पर विस्फोट से उड़ा एक पत्थर का बड़ा टुकड़ा आ कर लगा। छात्रा का सिर फट जाने से बहुत अधिक मात्रा में खून बह गया। उसे अस्पताल ले जाने का भी मौका नहीं मिल सका और घटनास्थल पर उसकी तत्काल ही मौत हो गई।
छात्रा केसरी खटंगा स्कूल में ही 12वीं कक्षा की छात्रा थी। वहीं उसकी सहेली की जान बाल-बाल बच गई। घटना की खबर फैलते ही मौके पर ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। सूचना पर पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल भेजा। एसपी डी रविशंकर ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि मामले में जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ मामला दर्ज कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
ग्रामीणों ने पत्थर खदानों को हमेशा के लिए बंद करने की मांग की है। हालांकि ग्रामीणों की ये मांग कोई पहली बार नहीं है। इस हादसे की आशंका पहले से ही ग्रामीणों को थी, इसी वजह से पहले भी कई बार विधायक और जिला प्रशासन को लिखित शिकायत कर खदानों को बंद करने की मांग की गई थी। कलेक्टर डॉ रवि मित्तल ने घटना की जांच को लेकर टीम गठित कर दी है।
मजिस्ट्रियल जांच के आदेश
खदान संचालक, मैनेजर और ब्लास्टिंग करने वालों के खिलाफ कुनकुरी पुलिस ने FIR दर्ज कर ली है। अब इस मामले को लेकर विशेष ग्राम सभा का भी आयोजन किया जाएगा और सर्वसम्मति से खदान बंद करने व लीज निरस्त करने का प्रस्ताव पारित किया जाएगा। कलेक्टर ने छात्रा की मौत के मामले में मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं। बता दें कि अभय सोनी के नाम पर 4 हेक्टेयर खनिज का पट्टा है। अभय सोनी के पत्थर खदान के मैनेजर संजीव कुमार पांडेय को पुलिस ने हिरासत में लिया है।
प्रारंभिक पूछताछ में उसने ब्लास्टिंग कराने वालों के नाम भी पुलिस को बताए हैं। कुनकुरी पुलिस अन्य लोगों की भी गिरफ्तारी करने में जुटी है। कुनकुरी थाना प्रभारी एल आर चौहान ने बताया कि सूचना मिलने पर उनकी टीम मौके के लिए तुरंत रवाना हो गई थी। उन्होंने बताया कि वहां पर 4 बड़े खदान हैं। मौके पर पुलिस, एसडीएम और विधायक यूडी मिंज भी पहुंचे और परिजनों से मुलाकात की। कुनकुरी विधायक यूडी मिंज ने कहा कि वे सालों से पत्थर खदानों को बंद करने की मांग करते रहे हैं, लेकिन आज तक इस दिशा में खनिज विभाग का रवैया उदासीन रहा है।
खदान को बंद करने के निर्देश
कलेक्टर डॉ रवि मित्तल ने अभय कुमार सोनी के खदान को बंद करने के निर्देश दिए हैं। आदेश में लिखा है कि ग्राम पंचायत जोकारी तहसील कुनकुरी स्थित ख.नं. 401/1 रकबा 4.000 हे. क्षेत्र पर साधारण पत्थर उत्खनिपट्टा अवधि दिनांक 07.07.1997 से 08.07.2029 तक स्वीकृत है। इसमें आपके द्वारा खनिज पत्थर उत्खनन के दौरान ब्लास्टिंग कराया गया, जिसके कारण एक लड़की की मौत हो गई। इससे साफ है कि आपने छत्तीसगढ़ गौण खनिज नियम, 2015 के नियम 51 में उल्लेखित उत्खनिपट्टा के निबंधन और शर्तों का पालन नहीं किया है। साथ ही 23 जनवरी 2023 को जारी नोटिस का भी कोई जवाब नहीं दिया है। इसलिए पट्टा क्षेत्र में सभी उत्खनन प्रक्रिया को अस्थायी रूप से आगामी आदेश तक के लिए बंद किया जाता है।
मृत छात्रा के पिता नंदेराम ने कहा कि उनकी बेटी को क्या मालूम था कि मयाली पार्क में घूमने जाना उसके लिए आखिरी बार होगा। आक्रोशित भीड़ ने खदान संचालक के खिलाफ नारेबाजी भी की। भीड़ खदान की ओर भी गई, लेकिन वहां मौजूद लोग डरकर जंगल की ओर भाग गए। घटना से नाराज ग्रामवासियों ने चरईडांड बगीचा मार्ग पर 4-5 घंटे तक चक्काजाम भी कर दिया था।
लगातार ब्लास्टिंग से पहाड़ में आ रही दरारें
मयाली के ग्रामीणों ने बताया कि यहां पत्थर खदानों में लगातार अवैध ब्लास्टिंग से मधेश्वर पहाड़ी में दरारें पड़ गई हैं। इससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। वहीं उनके घरों को भी नुकसान पहुंच रहा है। मयाली नेचर पार्क में घूमने के लिए जगह-जगह से पर्यटन आते रहते हैं, वे भी इस ब्लास्टिंग की चपेट में आ सकते हैं। इस पार्क में ही 2 दिन पहले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का कार्यक्रम भी हुआ था, यहां भी उनसे पत्थर खदानों को बंद करने से संबंधित सवाल पूछा गया था।