नई दिल्ली : पिछले 10 सालों में बाहर का तला हुआ खाना यानी जंक फूड काफी पॉपुलर हो गया है। स्टडीज़ की मानें, तो तला हुआ खाना दिल से जुड़ी बीमारियों को न्योता देता है। अगर आप इस साल अपने दिल की सेहत में सुधार करना चाहते हैं, तो इन 4 तरह के खाने से दूरी बना लें।
तला हुआ खाना
कई शोध से पता चला है कि सैचुरेटेड फैट्स शरीर में खराब कोलेस्ट्ऱॉल की मात्रा को बढ़ाने का काम करते हैं। तले हुए खाने या फिर प्रोसेस्ड फूड्स में नमक और सैचुरेटेड फैट्स की मात्रा काफी ज़्यादा होती है। दोनों दिल की सेहत पर काफी बुरा असर डालते हैं। रेड मीट, फ्रेंच फ्राइज़, सैंडविच, बर्गर आदि जैसे फूड्स LDL यानी बैड कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ाते हैं, जिससे स्ट्रोक और दिल के दौरे का ख़तरा बढ़ जाता है।
चीनी युक्त सोडा या फिर केक
चीनी को मीठा ज़हर किसी वजह से ही कहा जाता है। केक, मफिन, कुकीज़ और मीठी ड्रिंक्स शरीर में सूजन का कारण बनते हैं। चीनी का ज़्यादा सेवन शरीर में फैट्स बढ़ाता है, जिससे डायबिटीज़, हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा बढ़ता है।
लाल मांस
रेड मीट यानी मटन मांसाहारी लोगों के बीच काफी पॉपुलर होता है। हालांकि, यह सैचुरेटेड फैट्स से भरपूर होता है, जिसकी वजह से धमनियों में प्लाक जम सकता है। जो लोगों को मटन खाने का शौक है, उन्हें वह हिस्सा खाना चाहिए जिसमें ज़्यादा प्रोटीन और कम फैट हो। अगर आप चिकन खा रहे हैं तो ब्रेस्ट, विंग्ज़ वाला हिस्सा में ज़्यादा प्रोटीन होता है और कम फैट। वहीं, मछली सबसे हेल्दी और अच्छा ऑप्शन है।
सफेद चावल, ब्रेड या फिर पास्ता
सफेद ब्रेड, मैदे, चीनी और प्रोसेस्ड तेल को मिलाकर तैयार की जाती है, जिसमें किसी भी तरह के फायदे नहीं होते हैं। ऐसा है सफेद पास्ता के साथ भी है। वहीं, सफेद चावल की बात करें, तो इसमें फाइबर की मात्रा कम होती है, इसलिए दिल की सेहत के लिए इसका ज़्यादा सेवन नहीं किया जाना चाहिए। चावल को अगर दाल या सब्ज़ी के साथ खाया जा रहा है, तो इसमें पोषण की मात्रा अच्छी हो जाती है, लेकिन फिर भी चावल की मात्रा को सीमित ही रखना चाहिए।
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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