हजारीबाग। हजारीबाग जिले की बड़कागांव पुलिस ने हिंदू प्रचारक सह इंजीनियर अमन कुमार को पटना से गिरफ्तार कर लिया है। उनकी गिरफ्तारी रामनवमी के समय जुलूस मार्ग पर रोक रहने के बावजूद उसी रास्ते से जुलूस निकालने को लेकर की गई है। बड़कागांव पुलिस ने पटना से गिरफ्तार कर सीधे उन्हे हजारीबाग लाया। मेडिकल जांच करने के बाद न्यायालय में प्रस्तुत किया। वहां से उन्हें 14 दिनों के न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। उनकी गिरफ्तार होने की सूचना मिलते ही हिंदूवादी संगठन के समर्थक कोर्ट पहुंचे। कोर्ट से जेल जाने के दौरान उन्होंने विक्ट्री का सिंबल दिखाया और कहा कि न्याय की जीत होगी।
अमन निर्दोष, पुलिस के खिलाफ मां ने की आवाज बुलंद, राज्य सरकार पर मढ़ा आरोप
इधर अमन कुमार की गिरफ्तारी के बाद उनकी मां पूनम देवी पति सुबोध कुमार सिंह ने पुलिस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने यशवंत नगर स्थित अपने आवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राज्य सरकार से पूछा है कि उनके बेटे ने कौन सा बड़ा अपराध किया था कि झारखंड पुलिस को पटना जाकर उसे गिरफ्तार करना पड़ा। अमन कुमार का अपराध सिर्फ इतना था कि उसने 40 वर्षों से हज़ारीबाग़ जिले के बड़कागांव में महूदी में बन्द पड़े धार्मिक जुलुस को उसने निकलवाने का काम किया। आख़िर क्या भारत वर्ष में अपने धर्म को बिखेरना और उसके प्रति आस्था दिखाना अपराध है। यहां पर तो वर्तमान झारखंड सरकार ने यह स्थिति बना दी है कि लोग खुलकर अपने धर्म का समर्थन भी नही कर सकते हैं। क्या भारत में जय श्री राम का नारा लगाना भी झारखंड में अपराध की श्रेणी में आता है।
वह झारखंड सरकार से यह पूछना चाहती हैं कि क्या जितनी तत्परता अमन कुमार की गिरफ्तारी में दिखाई, उतनी ही तत्परता झारखंड के अपराधी, उग्रवादी, पेपर लीक के आरोपी, जमीन घोटाले के आरोपी, ट्रांसफर पोस्टिंग के आरोपी की गिरफ्तारी, नेताओं के भ्रष्टाचार में संलिप्तता यह सरकार को नहीं दिखाती है। स्पष्ट है कि सरकार को अमन कुमार से खतरा था। अमन कुमार लगातार हिंदुत्व के लिए कार्य कर रहे थे। लोकसभा चुनाव में अपने इसी छवि के साथ भाजपा के पक्ष मे हजारीबाग, चतरा, दुमका, गोड्डा, रांची लोकसभा के साथ अन्य कई जगहों में जाकर प्रचार किया था।इससे सरकार घबरा गई। सरकार को डर था कि आने वाले विधानसभा चुनाव में अमन कुमार अकेले दम पर कोई बड़ा उलटफेर न कर दे।
उन्होंने कहा कि सरकार अगर लॉ एंड ऑर्डर का इतना ही ख्याल है, तो बीते कुछ दिनों पूर्व ही चतरा में एक बिरहोर परिवार के दो लोगो की निर्मम हत्या उग्रवादियों ने कर दी है, घटना के बाद यही पुलिस गांव तक भी नही जा पाती है और अमन को गिरफ्तार करने पटना चली जाती है। उन्होंने कहा कि बीते कल 12 जून को ही चतरा में एक ही दिन दो-दो उग्रवादी की घटना होती है, जिसे रोकने में पुलिस अक्षम है और एक रामभक्त की गिरफ्तारी को लेकर रात 12 बजे पुलिस उसके घर पहुंचती है। उन्होंने हजारीबाग पुलिस से सवाल उठाया कि हजारीबाग में अब तक माहेश्वरी परिवार कांड, सुजीत देव हत्याकांड, ओकनी विश्वकर्मा परिवार के निधन के मामले में पुलिस अबतक कुछ क्यो नही कर पाई है।
जबकि जिले में लॉटरी,बालू, कोयला चोरी का धंधा खुलेआम चल रहा है। एनजीटी के रोक के बाद बालू दिन दहाड़े हजारीबाग में कालाबाजारी से बिक रहा है। पुलिस सोयी हुई है या सोने का नाटक कर पॉकेट गरम कर रही है। पुलिस को सिर्फ एक दोषी दिखता है, जबकि उनका बेटा निर्दोष है।
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