रांची : एचईसी कर्मचारियों की हड़ताल 67 दिनों से जारी है। कर्मचारियों की हालत वेतन के अभाव में ऐसी हो गयी है कि उनके लिए घर का राशन पूरा करना भी मुश्किल हो रहा है। स्थिति यह है कि दुकानदारों के पास छह- छह महीने की उधारी बाकी है। बिजली बिल ना देने की वजह से कई नोटिस आ चुके हैं। बच्चे के स्कूल की फीस कई महीनों से जमा नहीं की। नौबत बच्चों को स्कूल निकालने तक की आ गयी है। लगभग 99 प्रतिशथ कर्मचारियों ने पीपीएफ का पैसा तक निकाल लिया है।
1500 करोड़ का आर्डर, कच्चे माल के लिए पैसा नहीं
एचईसी प्रबंधन कर्मचारियों की सुनने को तैयार नहीं है। एचईसी के पास पैसा नहीं है। तीनों प्लांट एचएमबीपी, एचएमटीपी, एफएफपी में काम पूरी तरह से ठप है। तीनों प्लांट के मजदूर अब प्रबंधन के खिलाफ प्लांट के अंदर ही विरोध कर रहे हैं। एचईसी के पास 1500 करोड़ रुपए का आर्डर अभी भी है लेकिन कार्यशील पूंजी के अभाव में कच्चा माल उपलब्ध नहीं हो पा रहा है।
तेज होगा आंदोलन
एचईसी संयुक्त संघर्ष मोर्चा की बैठक हटिया मजदूर यूनियन के अध्यक्ष भवन सिंह की अध्यक्षता में बैठक हुई। इसमें सर्वसम्मति से फैसला लिया गया कि 11 जनवरी को एचईसी के सभी श्रम संगठनों का प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सोरेन से मिलकर एचईसी और मजदूरों को बचाने को लेकर मिलेंगे। 11 जनवरी को ही मजदूर 10 बजे से सड़क पर उतरेंगे। इस आशय का पत्र मुख्यमंत्री को 7 जनवरी को दे दिया जाएगा। पत्र के जरिए उनसे मिलने की मांग की जाएगी।
क्या है रणनीति
सभी यूनियनों के समर्थकों से आग्रह किया गया है कि वे 11 जनवरी की तैयारी में जूट जाए और मजदूरों को पुरा लामबंद कर मुख्यालय पर जमा हों। उसी दिन अगले कदम की घोषणा कर दी जाएगी। भवन सिंह ने कहा कि जब तक केंद्र और राज्य सरकार एचईसी चलाने की दिशा में अपना मंशा साफ नहीं करते, तब-तक लगातार कार्यक्रम जारी रहेंगे। संसद के बजट सेशन में भी सत्र के दौरान एचईसी पर तारांकित प्रश्न होना चाहिए। उन्होंने कहा कि दिल्ली में भी कार्यक्रम किया जाएगा। इस बैठक में हटिया मजदूर लोक मंच के राम कुमार व अन्य 50 साथी, हटिया कामगार यूनियन के लाल देव सिंह, केपी साहु, एमपी रामचंद्रन व अन्य, एचईसी लिमिटेड मजदूर कर्मचारी यूनियन के कृष्ण मोहन सिंह, प्रकाश कुमार, राम लाल व अन्य, जनता मजदूर यूनियन के एसके मुखर्जी, के साहू, रविंद्र व अन्य तथा हटिया मजदूर यूनियन के हरि राम रजवार, महेंद्र कुमार, प्रमोद वैद्य व अन्य मौजूद थे।
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