हजारीबाग। जिले में बढ़ती आपराधिक घटनाओं को लेकर बुधवार को हजारीबाग की दुकानें बंद रही। उल्लेखनीय हो कि, गत रविवार को उत्तम यादव ग्रुप के अपराधियों की ओर से शहर के श्री ज्वेलर्स जेवर दुकान में गोली चलाई थी। इसके विरोध में हजारीबाग स्वर्णकार व्यवसायी संघ और फेडरेशन ऑफ हजारीबाग चेंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के संयुक्त आह्वान पर दुकानें बंद रही।
गोलीबारी की घटना ने न केवल स्वर्ण व्यापारियों को बल्कि पूरे कारोबारी समुदाय को झकझोर कर रख दिया है। व्यापारियों का कहना है कि शहर में अपराधियों के हौसले बुलंद हैं और सुरक्षा व्यवस्था अपर्याप्त साबित हो रही है। बंद के समर्थन में सांसद मनीष जायसवाल,सदर विधायक प्रदीप प्रसाद, सहित कई समाजसेवी भी बंदी का समर्थन किया। और पुलिस अधीक्षक अंजनी अंजन को अपनी सात सूत्री मांगों को रखकर सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त करने का आग्रह भी किया है। साथ ही पीएमओ को भी सोशल मीडिया एक्स के जरिये जानकारी देने की बात कही गई है।
हजारीबाग स्वर्णकार व्यवसाय संघ के अध्यक्ष विक्रम सोनी,चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के सचिव विजय केसरी और अध्यक्ष राजकुमार जैन टोंग्या ने बताया कि, हमारी प्रमुख सात मांगे है जिनमें पहला, दिनांक 22.06.25 को हजारीबाग गोल चौक स्थित ‘श्री ज्वेलर्स’ प्रतिष्ठान के बाहर मोटरसाइकिल पर सवार दो अपराधियों ने रिवाल्वर से सात गोली दिनदहाड़े चला कर फरार हो गए। इस गोली कांड में प्रतिष्ठान का शीशा टूट गया। अगर रिवाल्वर से निकली गोली शीशे को छेद कर प्रतिष्ठान के अंदर चली जाती तो कई लोगों की जानें जा सकती थी।
दूसरा, हजारीबाग जिले के सभी व्यवसायिक संगठनों ने इस गोलीकांड की तीव्र निन्दा की है। इस गोलीकांड में अंतर्लिप्त सभी अपराधियों की शीघ्र गिरफ्तारी हेतु सांकेतिक रूप से 22.06.25 को सभी जेवर व्यवसायियों ने अपनी अपनी दुकान बंद कर विरोध प्रकट किया । वहीं 23.06.25 को संध्या में हजारीबाग स्वर्णकार व्यवसायिक संघ के नेतृत्व में हजारीबाग जिले के सभी व्यवसायियों ने मशाल जुलूस निकाल कर विरोध प्रकट किया है । इस आपराधिक कांड में लिप्त सभी अपराधियों की शीघ्र गिरफ्तारी के लिए 25.06.25 को हजारीबाग नगर के सभी व्यवसायियों ने अपनी अपनी दुकान बंद कर विरोध दर्ज किया है।
तीसरा, इस गोली कांड के तुरंत बाद एक अपराधी ने सोशल मीडिया के माध्यम से इस कांड की जिम्मेवारी ली है। संभवत यह बात पुलिस प्रशासन के संज्ञान में जरूर होगी। झारखंड प्रांत के अस्तित्व में आने के बाद यह पहली घटना है, जिसमें कोई एक अपराधी आपराधिक घटना को अंजाम देने के बाद सार्वजनिक रूप से इसकी जिम्मेदारी ली हो। यह बेहद चिंता की बात है। इससे प्रतीत होता है कि उक्त अपराधी दिनदहाड़े गोली कांड कर व्यवसायियों में दहशत पैदा कर रंगदारी वसूलना चाहता है। इस गोलीकांड के 48 घंटे बीत जाने के बावजूद अभी तक इस गोली कांड में लिप्त अपराधियों की पुलिस प्रशासन द्वारा गिरफ्तारी नहीं हुई है। इससे व्यवसायियों में दहशत और आक्रोश व्याप्त है। हजारीबाग जिले के सभी व्यवसायी गण उक्त गोली कांड में लिप्त सभी अपराधियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग करता है।
चौथा, हजारीबाग जिले में बीते कुछ वर्षों से आपराधिक घटनाएं एक के बाद एक घटित होती चली जा रही है । बीते दो वर्षों के दरमियान दर्जन भर से अधिक हत्याएं हो चुकी हैं । लेकिन अब तक कई अपराधी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं। यह बेहद खेद जनक स्थिति है। डकैती, चोरी, सेंधमारी, लूट जैसी अपराधिक घटनाएं बराबर हजारीबाग में घटित होती चली आ रही है। आपराधिक घटनाएं निरंतर बढ़ती चली जा रही है । इस कारण हजारीबाग जिले के व्यवसायी खुलकर व्यवसाय नहीं कर पा रहे हैं । व्यवसायी गण दहशत के माहौल में व्यवसाय और जीवन जीने के लिए बाध्य हैं। इसका हजारीबाग के व्यवसाय पर बहुत ही प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।
पांचवां, हजारीबाग जिले में घटने वाली आपराधिक घटनाओं के बाद विभिन्न व्यवसायिक संगठनों द्वारा जिले के वरीय पुलिस पदाधिकारीयों और संबंधित थानों को सूचनाएं दी जाती हैं । व्यवसायियों द्वारा प्राथमिकी भी दर्ज कराई जाती हैं, इसके बावजूद आपराधिक घटनाएं रूकने का नाम नहीं ले रही हैं । यह बेहद चिंता की बात है। बहुत ही अफसोस के साथ यह दर्ज करना पड़ रहा है कि हजारीबाग पुलिस प्रशासन अपराधियों के आपराधिक कृत्यों पर अंकुश लगाने में अब तक पूरी तरह नाकाम रही है।
छठवां, विचारणीय यह है कि जिस प्रकार बीच बाजार में अपराधियों ने दिनदहाड़े श्री ज्वेलर्स प्रतिष्ठान के बाहर गोली चलाई है, इससे प्रतीत होता है कि हजारीबाग नगर में अपराधियों का मनोबल कितना बढ़ चुका है । जबकि हजारीबाग के विभिन्न व्यावसायिक संगठनों द्वारा हजारीबाग पुलिस प्रशासन से व्यवसायियों की सुरक्षा और लगातार पुलिस पेट्रोलिंग की मांग की जाती रही रही है। दिखावे के तौर पर दो-तीन दिन पुलिस पेट्रोलिंग की जाती है। बाद में पुलिस पेट्रोलिंग बंद कर दे जाती है । ऐसे में ही अपराधियों को अपराध करने के लिए खुली छूट मिल जाती है। जिस समय श्री ज्वेलर्स के प्रतिष्ठान के बाहर अपराधियों ने गोली चलाई, अगर पुलिस पेट्रोलिंग जारी रहती,तब अपराधी आसानी पकड़े जातें । ध्यातव्य है कि हजारीबाग अब धीरे-धीरे कर अपराधियों का गढ़ बनता चला जा रहा है । अगर समय रहते हजारीबाग पुलिस प्रशासन अपराधियों पर अंकुश नहीं लगा पाई तो हजारीबाग भी झारखंड के अन्य आपराधिक जिलों की सूची में शामिल हो जाएगा। एक समय झारखंड के चौबीस जिलों में सबसे शांत जिला हजारीबाग था । लेकिन बीते कुछ वर्षों से जिस तरह की अपराधिक घटनाएं हजारीबाग जिले में एक के बाद एक दस्तक देती चली जा रही है, इससे प्रतीत होता है कि हजारीबाग भी अब अपराधियो के लिए एक विशेष चारागाह के रूप में तब्दील हो चुका है।
सातवां, हजारीबाग जिले के सभी व्यवसायियों सहित विभिन्न व्यावसायिक संगठनों की हजारीबाग पुलिस प्रशासन से मांग है कि हजारीबाग को अपराध मुक्त बनाने के लिए श्री ज्वेलर्स प्रतिष्ठान के बाहर दिनदहाड़े जिन दो अपराधियों ने गोली चलाई, साथ ही जिस एक अपराधी ने इस गोली कांड की जिम्मेवारी ली, इन सभी अपराधियों को शीघ्र गिरफ्तारी किया जाए।अन्यथा हजारीबाग के व्यवसायी गण बंद,धरना, प्रदर्शन, पर्चा लेखन एवं अहिंसात्मक आंदोलन के माध्यम से विरोध दर्ज करने के लिए स्वतंत्र हैं।
इससे पहले मंगलवार को मशाल जुलूस निकाला था, जिसमें सदर विधायक प्रदीप प्रसाद। इसमें सांसद मनीष जायसवाल ने भी बंद का समर्थन दिया है।
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