रायपुर। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने हिरासत में ले लिया है।
सूत्रों ने बताया कि ईडी ने शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में यह कार्रवाई की है। ईडी ने भूपेश बघेल और उनके बेटे चैतन्य के ठिकानों पर आज सुबह से छापेमारी शुरू की थी।
बताया जा रहा है कि चैतन्य को रायपुर कार्यालय ले जाया गया है। जैसे ही भूपेश बघेल के समर्थकों को चैतन्य के हिरासत में लेने की खबर मिली, वहां नारेबाजी शुरू हो गई है।
भूपेश बघेल के पूर्व मीडिया सलाहकार विनोद वर्मा ने पत्रकारों को बताया कि इससे पहले जब ईडी ने दबिश दी थी उस दिन भूपेश बघेल का जन्मदिन था और आज जब टीम ने दबिश दी है, चैतन्य बघेल का जन्मदिन है। चैतन्य को आज ईडी हिरासत में लेकर गई है। सूत्रों का कहना है की उन्हें मनी लांड्रिंग के सिलसिले में हिरासत में लिया गया है।
ईडी के छापे की कार्यवाही के बीच मानसून सत्र के अंतिम दिन भूपेश बघेल विधानसभा पहुंचे हैं। भिलाई तीन पदुम नगर स्थित अपने आवास से विधानसभा के लिए रवाना होने से पूर्व, भूपेश बघेल ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान आरोप लगाया था कि भाजपा सरकार केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। उन्होंने कहा था कि जिसे जो करना है वह कर ले मुझे न्याय पालिका पर भरोसा है।
उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि मुझे तोड़ने का प्रयास किया जा रहा है परंतु मैं हार नहीं मानूंगा।
छत्तीसगढ़ विधानसभा में मानसून सत्र के अंतिम दिन शुक्रवार को भूपेश बघेल के घर ईडी की दबिश का मामला गूंजा। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को ईडी के हिरासत में लिए जाने पर हंगामा मचाते हुए कांग्रेस विधायकों ने सदन की दिनभर की कार्यवाही का बहिष्कार कर दिया।
नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर चरणदास महंत ने कहा कि सदन के बाहर ईडी का दबाव है। भूपेश बघेल के यहां ईडी का छापा पड़ा है। आज बच्चे का जन्मदिन है और उसे उठा लिया गया है। यह सब सरकार के दबाव में हो रहा है। आज के दिनभर की कार्यवाही का बहिष्कार करते हैं।
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार सुबह छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव भूपेश बघेल के भिलाई स्थित निवास पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छापा मारा। जानकारी के अनुसार, यह छापेमारी बहुचर्चित शराब घोटाला मामले से जुड़ी है।
इससे पहले भी भूपेश बघेल के निवास पर ईडी ने छापा मारा था, जिसमें 11 घंटे की जांच के बाद 32-33 लाख रुपये और कुछ दस्तावेज जब्त किए गए थे। इस बार भी रायपुर, भिलाई सहित प्रदेश के 14 ठिकानों पर एक साथ कार्रवाई की गई है।
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