हजारीबाग। आईसेक्ट विश्वविद्यालय, हजारीबाग के कृषि विभाग के स्नातक के छात्र-छात्राओं को कृषि विभाग डीन डॉ अरविंद कुमार की निगरानी में एक दिवसीय शैक्षणिक भ्रमण पर कृषि विज्ञान केंद्र, रामगढ़ भेजा गया, जहां विद्यार्थी कृषि कार्यों में ड्रोन तकनीक की बारीकियों से अवगत हुए।
आईसेक्ट विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ मुनीष गोविंद ने बताया कि कृषि विभाग के सभी सेमेस्टर के विद्यार्थियों को समय-समय पर शैक्षणिक भ्रमण के जरिए जलवायु परिवर्तन, मिट्टी की उपयुक्तता, मौसम का प्रभाव सहित अन्य जानकारियों से अवगत कराया जाता है।
साथ ही कृषि से संबंधित प्रशिक्षण भी कृषि विज्ञान केन्द्रों में करायी जाती है ताकि किताबी ज्ञान के साथ साथ प्रैक्टिकल नॉलेज भी विद्यार्थियों को पढ़ाई के दौरान ही मिल सके। बता दें कि तय कार्यक्रम के मुताबिक कृषि विज्ञान केंद्र, रामगढ़ में संगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसकी शुरुआत दीप प्रज्वलन के साथ हुआ।
इस दौरान वरीय वैज्ञानिक डॉ सुधांशु शेखर ने कृषि विज्ञान केंद्र की गतिविधियां व शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में फसलों की देखभाल से संबंधित विस्तृत जानकारियां विद्यार्थियों को दी। वहीं आईसेक्ट विश्वविद्यालय के कृषि विभाग डीन डॉ अरविंद कुमार ने विश्वविद्यालय की कार्य प्रगति एवं कृषि की पढ़ाई के बाद इस क्षेत्र में रोजगार की संभावनाओं पर विस्तार से चर्चा किया।
डॉ खेरेवार एवं शनि कुमार ने नैनो खाद संबंधित जानकारी दी। आईसीएआर पूर्वी क्षेत्र अनुसंधान परिसर, पटना के कृषि वैज्ञानिक डॉ प्रेम सुंदरम व डॉ पवन कुमार ने तफ्सील से ड्रोन टेक्नोलॉजी के उपयोग और वर्तमान समय में इसकी उपयोगिता को लेकर चर्चा की। शैक्षणिक भ्रमण के दौरान विद्यार्थियों को कृषि उपकरणों की जानकारी के साथ साथ इसके उपयोग के तरीके भी बताए गए।
इन जानकारियों को हासिल करने के बाद विद्यार्थी काफी खुश दिखे। शैक्षणिक भ्रमण के दौरान कृषि विभाग के एचओडी डॉ सत्य प्रकाश विश्वकर्मा, प्रभात किरण, फरहीन सिद्दीकी, प्रतिभा हेंब्रम के साथ साथ शैक्षणिक भ्रमण पर जाने वाले सभी विद्यार्थियों की मौजूदगी रही।
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